अल्मोड़ा। सोमेश्वर के जीआईसी सलॉज में कोरोना की आहट सुनाई दी। यहां स्कूल के 9 बच्चों को कोरोना हो गया है। वहीं सीएचसी में जांच के दौरान 2 स्वास्थ्य कर्मियों सहित पांच लोग भी कोरोना प्रमाण पाए गए। काफी समय बाद कोराना के बम फूटने से सोमेश्वर में हड़कंप मच गया। अभी सभी कोरोना प्रमाणों को होम आइसोलेट कर दिया गया है। वहीँ क्षेत्र के दो विद्यालयों में 42 बच्चे वायरल से ग्रसित मिले हैं। इनमें से 14 बच्चे गंभीर मिले जिन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी गई है।
सोमेश्वर तहसील में कल उस समय हड़कंप मच गया जब जीआईसी सलूज में एक के बाद एक 9 छात्रों को कोरोना हो गया। जीआईसी सलूज में छात्रों को सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित होने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए स्कूल पहुंचती। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना सेंपल लेते हुए 70 छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जांच सामने आने पर जिस बात का डर था वही हुआ। यहां कोरोना टेस्टिंग पर स्कूल के 9 बच्चों का कोरोना निकला। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पीएचसी में मनुष्यों की एंटीजन जांच की। इस दौरान तीन लोगों को कोरोना से सांचा मिला। सीएचसी में एक आशा कार्याधिकारी, आशा फैसिलिटेटर भी कोरोना जमा हो गई। इसके साथ ही जिले में कोरोना ब्रांड्स की संख्या 16 पहुंच गई है। लंबे समय के बाद कोरोना फ्रंट मीटिंग पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। COVID-19 नोडल डॉ। कमलेश जोशी ने कहा कि सभी को होम आइसोलेट कर दिया गया है।
डॉक्टरों का कहना है कि इस समय मौसम बदल रहा है। सुबह-शाम ठंड पड़ रही है तो दिन के समय धूप। ऐसे में वायरल का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कहा कि सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित बच्चों को आराम करना चाहिए। अभिभावकों को उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कहा कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ, हरी सब्जी का उपयोग करना चाहिए।
स्कूल प्रबंधन को गंभीर बच्चों को घर पर ही आराम कराने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि चिंता की बात नहीं है। यदि बच्चे कुछ समय घर पर रहकर आराम करें तो वे जल्द स्वस्थ होंगे। उन्हें दवा दी गई है। विभागीय टीम समय-समय पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। उनके साथ डॉ. अक्षय भी बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण में मौजूद रहे।
