आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से रोबोट वकील को अमेरिकी कोर्ट में बहस के लिए तैयार किया गया था, लेकिन यह खुद कानूनी पचड़े में फंस गया है। दुनिया के इस पहले रोबोट वकील पर बिना लाइसेंस लॉ प्रैक्टिस करने का आरोप लगा है। अब रोबोट पर मुकदमा चलाने की तैयारी है।
बिना लाइसेंस के कानून की प्रैक्टिस करने का लगा आरोप
एआई आधारित तकनीक से बने रोबोट को स्टार्टअप डूनॉटपे ने बनाया| वहीं शिकागो की लॉ फर्म एडल्सन ने पिछले महीने मुकदमा किया।
ओवर स्पीडिंग के मामले देखता था
रोबोट वकील को अमेरिका के स्टार्टअप इनॉटपे ने बनाया है। जनवरी में उसने रोबोट वकील लॉन्च किया था। यह रोबोट ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी सलाह देता है। कंपनी ने कहा था कि यह कानून कोड और भाषा का मिलाजुला स्वरूप है। रोबोट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
लॉ फर्म ने की आपत्ति
शिकागो बेस्ड लॉ फर्म एडल्सन ने एआई तकनीक पर आधारित रोबोट पर मुकदमा दायर किया है। फर्म का कहना है कि रोबोट वकील के पास कानून की डिग्री नहीं है। हकीकत में डूनॉटपे एक रोबोट है। वह वकील या कानूनी फर्म नहीं है। वहीं इस रोबोट को कोई सुपरवाइज भी नहीं करता है।
सीईओ ने ट्वीट करके खुद दी जानकारी
डूनॉटपे के संस्थापक और सीईओ जोशुआ ब्राउनर ने ट्विटर पर मुकदमे की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, बुरी खबर है। अमेरिका के अमीर लॉ फर्म संचालक स्टार्टअप डूनॉटपे पर मुकदमा कर रहे हैं। मिस्टर एडल्सन, एआई प्रोडक्ट को समाप्त करने के लिए अदालती आदेश की मांग कर रहे हैं।
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