शुक्रवार को बहुत ही सीक्रेट तरीके से पहुंची सीबीआई टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की। सीबीआई टीम की छापेमारी के बाद सनसनी फैल गयी। सीबीआई की टीम ने एम्स ऋषिकेश में छापेमारी कर जांच करने में जुटी हुई है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) ऋषिकेश में नियुक्तियों और उपकरणों की खरीद में अनियमितता के मामले सीबीआई की टीम पूछताछ के लिए पहुंची है। सात सदस्य टीम चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय (एमएस) में प्रकरण से संबंधित आवश्यक जानकारियां जुटा रही है।
गौरतलब है कि फरवरी 2022 में उपकरण खरीद एवं भर्ती घोटाले में छापेमारी के बाद पांच प्रोफेसरों पर सीबीआई ने मुकदमे दर्ज किए थे। डीएसपी के नेतृत्व में 4 सदस्य टीम पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार एम्स प्रशासन ने वर्ष 2017-18 में अस्पताल परिसर की सड़कों की सफाई के लिए स्वीपिंग मशीन खरीदी थी। जिस कमेटी के माध्यम से खरीद प्रक्रिया पूरी कराई गई, उसमें अनियमितता पाई गई। इसमें करीब 2.41 करोड़ रुपये की गड़बड़ी की गई।और ली गई मशीन एक हफ्ते भी नहीं चल पाई। जांच में यह भी सामने आया कि एक अन्य कंपनी इसी मशीन को करीब एक करोड़ में उपलब्ध करा रही थी, परन्तु क्रय समिति ने महंगे दामों में बेचा।जबकि मेडिकल स्टोर की स्थापना के लिए टेंडर के पुरस्कार में 2 करोड़ रुपये (लगभग) का कथित घपले का आरोप है
मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई के डीएसपी की अगुवाई में शुक्रवार को सात सदस्यीय टीम एम्स ऋषिकेश पहुंची है।
