उत्तराखंड में लव जिहाद के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में राज्य के डीजीपी अशोक कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) वी. मुरुगेशन और खुफिया विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इसे लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा कि सरकार इस मामले में सख्त है।
गौरतलब हो कि उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों में लव जिहाद के कई मामले सामने आ चुके हैं। इनको लेकर राज्य में फैली अशांति थमने का नाम नहीं ले रही है। बताया गया है कि उत्तरकाशी के पुरोला कस्बे में दो युवकों ने कथित तौर पर एक स्थानीय हिंदू लड़की का अपहरण करने का प्रयास किया। 27 मई को स्थानीय लोगों ने तीन लड़कों को नौवीं कक्षा की स्थानीय हिंदू लड़की के साथ पकड़ा था। लड़की के परिवार की शिकायत पर तीनों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम, 2012 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और फिर तीनों को उसी दिन जेल भेज दिया गया। दक्षिणपंथियों ने युवक पर एक नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था और इसे ‘लव जिहाद’ बताते हुए जिले भर में बंद, प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन किए थे।
टोल फ्री नम्बर 1064 का बोर्ड सभी कार्यालयों में लगाने के निर्देश
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आमजन को केन्द्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए सभी जिलों में बहुद्देशीय शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज देहरादून में लोगों की अधिकांश जन समस्याओं का निस्तारण मौके पर ही करने को कहा।
उन्होंने भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 का बोर्ड सभी कार्यालयों में लगाने के साथ ही लापरवाही न करने की निर्देश दिए। धामी ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिक्षकों को जिला स्तर पर एक साल से लम्बित मामलों को अभियान चलाकर तीन माह के अन्दर निस्तारित करने को कहा।
