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    उत्तराखंड: रामनगर में G20 सम्मेलन में मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की बैठक, चार एजेंडों पर हुई चर्चा

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    जी-20 के प्रतिनिधियों ने सांस्कृतिक संध्या में उत्तराखंड की जीवंत संस्कृति और पर्वतीय जीवन की झलक देखी। G20 रामनगर में बैठक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी प्रतिनिधि भी शामिल हुए।



    वर्तमान समय में बिना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विश्व की कल्पना करना भी असंभव है। इसी के मद्देनजर उत्तराखंड के रामनगर में G20 सम्मेलन के अंतर्गत मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए G20 देशों के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उत्तराखंड के रामनगर में एकत्रित हुए हैं। इस बैठक में G20 देशों के प्रतिनिधि के अलावा विश्व की 13 प्रमुख संस्थाएं और नौ मित्र देशों के प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं।

    चार एजेंडों पर हो रही है चर्चा

    G20 मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की तीन दिवसीय समिट में बुधवार को बैठक में G20 देशों के मुख्य विज्ञान सलाहकारों ने चार एजेंडों पर मंथन किया। इस बैठक में स्वास्थ्य भी एक अहम मुद्दा है। बैठक के दौरान पहले एजेंडे में रोग नियंत्रण एवं महामारी से निपटने की बेहतर तैयारी के लिए ‘वन हेल्थ’ में अवसर पर मंथन किया गया। दूसरे एजेंडे में विज्ञान से जुड़ी जानकारी सुलभ व निशुल्क, त्वरित तरीके से कैसे सभी तक पहुंचे इस पर विचार विमर्श किया गया। वहीं तीसरे एजेंडे में वैश्विक स्तर के प्रयासों के बीच समन्वय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विविधता, समानता, समावेशन पर वैश्विक नीति विकसित करने पर भी फोकस है। चौथे एजेंडे के तहत वैश्विक विज्ञान सलाह तंत्र को मजबूत करने पर विशेषज्ञ मंथन करेंगे। बैठक में कैसे एक संस्थागत तंत्र को विकसित कर संवाद के जरिये विकासशील और कम विकासशील देशों को लाभान्वित किया जा सके, इस पर भी बातचीत होगी।

    परंपरागत ज्ञान के उचित वैज्ञानिक सत्यापन पर मंथन

    G20 देशों के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित एसडीजी (सबस्टेनियल डवलपमेंटल गोल) पर आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रामनगर में एकत्र हुए हैं। जहां एक ओर अपनी बौद्धिक विरासत के साथ भारत के पास विज्ञान और इंजीनियरिंग में वर्तमान कौशल, स्थिरता और नवाचार के साथ विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी बनने का अवसर है तो वही दूसरी ओर दुनिया के पास भी भारत की सदियों पुरानी वैज्ञानिक सोच से वैश्विक विकास के लिए बहुत कुछ सीखने का यह उपयुक्त समय है। बैठक में वैज्ञानिक भारत के परम्परागत ज्ञान और उसका उचित वैज्ञानिक सत्यापन करने और वैश्विक विज्ञान सलाह तंत्र को मजबूत करने पर विशेषज्ञ मंथन किया। इसमें भारत अपने छह बिंदुओं पर प्राथमिकता से चर्चा करेगा ताकि विदेशी डेलीगेट्स भारत की मंशा जान सकेंगे।

    भोज से लेकर जंगल सफारी तक का कार्यक्रम

    बैठक का आयोजन उत्तराखंड के रामनगर में ढिकुली स्थित ताज रिजॉर्ट में हो रहा है। आयोजन स्थल के आसपास कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। उद्यमसिंह नगर और नैनीताल में दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात किए गए हैं। बैठक के बाद आज शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नमः रिजॉर्ट में  मेहमानों के स्वागत में एक रात्रिभोज देंगे। इस रात्रिभोज में राज्यपाल के साथ ही अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। इस शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन 30 मार्च को प्रतिनिधियों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी के लिए ले जाया जाएगा।

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