कामदा एकादशी पर मां तुलसी के 108 नामों का जप करें kamda ekadshi kab hain
कामदा एकादशी 8 अप्रैल 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी. एकादशी तिथि 7 अप्रैल को रात 08:00 बजे शुरू होकर 8 अप्रैल को रात 09:12 बजे समाप्त होगी। व्रत पारण का समय 8 अप्रैल की सुबह 06:05 से 08:36 तक रहेगा, जबकि द्वादशी तिथि रात 10:55 बजे तक रहेगी। इस शुभ दिन पर विधिपूर्वक व्रत व पूजा करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
कामदा एकादशी शुभ मुहूर्त 2025
शुभ मुहूर्त | समय |
ब्रह्म मुहूर्त | 8 अप्रैल 3:04 AM से 05:20 AM तक |
प्रातः संध्या | 8 अप्रैल 04:57AM04: से 06:06 AM तक |
अभिजित मुहूर्त | 8 अप्रैल 11:57 AM से 12:47 PM तक |
विजय मुहूर्त | 8 अप्रैल 02:28 PM से 03:18 PM तक |
गोधूलि मुहूर्त | 8 अप्रैल 06:37 PM से 07:00 PM तक |
सायाह्न संध्या | 8 अप्रैल 06:39 PM से 07:47 PM तक |
अमृत काल | 8 अप्रैल 06:13 AM से 07:55 AM तक |
निशिता मुहूर्त | 8 अप्रैल 11:59 PM से 12:45 AM (09 अप्रैल) तक |
विशेष योग:
सर्वार्थ सिद्धि योग | सुबह 06:06 AM से 07:55 AM तक |
रवि योग | सुबह 06:06 AM से 07:55 AM तक |
वेदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर उपवास एवं व्रत किया जाता है, और इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस वर्ष चैत्र माह की कामदा एकादशी का व्रत 08 अप्रैल, 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से मां तुलसी के 108 नामों का जप करने का महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां तुलसी के इन नामों का जप करने से साधक को शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं और उनके जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है।
तुलसी को भोग में शामिल करें
रोजाना भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को अवश्य शामिल करना चाहिए, क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय है। मान्यता के अनुसार, यदि तुलसी को भोग में शामिल नहीं किया जाता है, तो भगवान विष्णु उस भोग को स्वीकार नहीं करते। एकादशी तिथि पर विशेष रूप से मां तुलसी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए और इस दिन तुलसी के नामों का जप करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
आर्थिक तंगी को दूर करने के उपाय
धन की देवी, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रोजाना मां तुलसी की पूजा और आरती करें। देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और भोग चढ़ाएं। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन लाभ के योग बनते हैं। यह विधि आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति में सहायक होती है।
मां तुलसी के 108 नामों का जप
1. ॐ श्री तुलस्यै नमः
2. ॐ नन्दिन्यै नमः
3. ॐ देव्यै नमः
4. ॐ शिखिन्यै नमः
5. ॐ धारिण्यै नमः
6. ॐ धात्र्यै नमः
7. ॐ सावित्र्यै नमः
8. ॐ सत्यसन्धायै नमः
9. ॐ कालहारिण्यै नमः
10. ॐ गौर्यै नमः
11. ॐ देवगीतायै नमः
12. ॐ द्रवीयस्यै नमः
13. ॐ पद्मिन्यै नमः
14. ॐ सीतायै नमः
15. ॐ रुक्मिण्यै नमः
16. ॐ प्रियभूषणायै नमः
17. ॐ श्रेयस्यै नमः
18. ॐ श्रीमत्यै नमः
19. ॐ मान्यायै नमः
20. ॐ गौर्यै नमः
21. ॐ गौतमार्चितायै नमः
22. ॐ त्रेतायै नमः
23. ॐ त्रिपथगायै नमः
24. ॐ त्रिपादायै नमः
25. ॐ त्रैमूर्त्यै नमः
26. ॐ जगत्रयायै नमः
27. ॐ त्रासिन्यै नमः
28. ॐ गात्रायै नमः
29. ॐ गात्रियायै नमः
30. ॐ गर्भवारिण्यै नमः
31. ॐ शोभनायै नमः
32. ॐ समायै नमः
33. ॐ द्विरदायै नमः
34. ॐ आराद्यै नमः
35. ॐ यज्ञविद्यायै नमः
36. ॐ महाविद्यायै नमः
37. ॐ गुह्यविद्यायै नमः
38. ॐ कामाक्ष्यै नमः
39. ॐ कुलायै नमः
40. ॐ श्रीयै नमः
41. ॐ भूम्यै नमः
42. ॐ भवित्र्यै नमः
43. ॐ सावित्र्यै नमः
44. ॐ सरवेदविदाम्वरायै नमः
45. ॐ शंखिन्यै नमः
46. ॐ चक्रिण्यै नमः
47. ॐ चारिण्यै नमः
48. ॐ चपलेक्षणायै नमः
49. ॐ पीताम्बरायै नमः
50. ॐ प्रोत सोमायै नमः
51. ॐ सौरसायै नमः
52. ॐ अक्षिण्यै नमः
53. ॐ अम्बायै नमः
54. ॐ सरस्वत्यै नमः
55. ॐ सम्श्रयायै नमः
56. ॐ सर्व देवत्यै नमः
57. ॐ विश्वाश्रयायै नमः
58. ॐ सुगन्धिन्यै नमः
59. ॐ सुवासनायै नमः
60. ॐ वरदायै नमः
61. ॐ सुश्रोण्यै नमः
62. ॐ चन्द्रभागायै नमः
63. ॐ यमुनाप्रियायै नमः
64. ॐ कावेर्यै नमः
65. ॐ मणिकर्णिकायै नमः
66. ॐ अर्चिन्यै नमः
67. ॐ स्थायिन्यै नमः
68. ॐ दानप्रदायै नमः
69. ॐ धनवत्यै नमः
70. ॐ सोच्यमानसायै नमः
71. ॐ शुचिन्यै नमः
72. ॐ श्रेयस्यै नमः
73. ॐ प्रीतिचिन्तेक्षण्यै नमः
74. ॐ विभूत्यै नमः
75. ॐ आकृत्यै नमः
76. ॐ आविर्भूत्यै नमः
77. ॐ प्रभाविन्यै नमः
78. ॐ गन्धिन्यै नमः
79. ॐ स्वर्गिन्यै नमः
80. ॐ गदायै नमः
81. ॐ वेद्यायै नमः
82. ॐ प्रभायै नमः
83. ॐ सारस्यै नमः
84. ॐ सरसिवासायै नमः
85. ॐ सरस्वत्यै नमः
86. ॐ शरावत्यै नमः
87. ॐ रसिन्यै नमः
88. ॐ काळिन्यै नमः
89. ॐ श्रेयोवत्यै नमः
90. ॐ यामायै नमः
91. ॐ ब्रह्मप्रियायै नमः
92. ॐ श्यामसुंदरायै नमः
93. ॐ रत्नरूपिण्यै नमः
94. ॐ शमनिधिन्यै नमः
95. ॐ शतानन्दायै नमः
96. ॐ शतद्युतये नमः
97. ॐ शितिकण्ठायै नमः
98. ॐ प्रयायै नमः
99. ॐ धात्र्यै नमः
100. ॐ श्री वृन्दावन्यै नमः
101. ॐ कृष्णायै नमः
102. ॐ भक्तवत्सलायै नमः
103. ॐ गोपिकाक्रीडायै नमः
104. ॐ हरायै नमः
105. ॐ अमृतरूपिण्यै नमः
106. ॐ भूम्यै नमः
107. ॐ श्री कृष्णकान्तायै नमः
108. ॐ श्री तुलस्यै नमः
कामदा एकादशी पर मां तुलसी के इन 108 नामों का जप करने से जीवन में धन की कमी नहीं होती और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना के साथ मां तुलसी के नामों का जप एक आध्यात्मिक आशीर्वाद के रूप में कार्य करता है, जो आपके जीवन में शांति, समृद्धि और दिव्य आशीर्वाद लाता है।
पूजा विधि:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- सूर्यदेव को जल अर्पित करें और संकल्प लें कि आप श्रद्धा से पूजा करेंगे।
- घर के पूजा स्थल को शुद्ध करें और गंगाजल छिड़कें।
- भगवान विष्णु को हल्दी, कुमकुम, चंदन और अक्षत से तिलक करें।
- धूप, दीप जलाएं और तुलसी पत्र के साथ भोग अर्पित करें।
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 11 या 108 बार जाप करें।
- भगवान की आरती करें और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।