कहते है एक किताब जितना वफादार कोई दोस्त नहीं है और किताबों के दोस्त लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दिल्ली के प्रगति मैदान में आज से विश्व पुस्तक मेले या वर्ल्ड बुक फेयर की शुरुआत हो गई है। आज से शुरू हुआ यह पुस्तक मेला 5 मार्च तक चलेगा और इसकी टाइमिंग सुबह 11 से रात 8 बजे तक होगी। इस वर्ष दो साल बाद इस पुस्तक मेले का आयोजन फिजिकल मोड में किया जा रहा है। इस बार के विश्व पुस्तक मेले में क्या खास होने वाला है उस पर हम इस लेख में नजर डालेंगे।
इस साल की थीम
दुनिया के सबसे बड़े पुस्तक मेलों में से एक नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला इस बार अपनी 50 साल की यात्रा का उत्सव मना रहा है। इस मेले का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (ITBP) के सहयोग से शिक्षा मंत्रालय के अधीनस्थ भारत सरकार के एक स्वायत्त संगठन नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। इस बार मेले की थीम आजादी का अमृत महोत्सव है। इस 9 दिवसीय पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी प्रकाशक नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में पुस्तकों का एक विशाल संग्रह देखने को मिलेगा।
गेस्ट ऑफ ऑनर है फ्रांस
इस बार के विश्व पुस्तक मेला में फ्रांस सहयोगी देश के रूप में भाग ले रहा है। इसको लेकर भारत में फ्रांस के दूतावास के सांस्कृतिक सलाहकार इमैनुएल लेब्रून-डेमियंस ने कहा कि फ्रांस नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के 50 वर्षों के उत्सव का हिस्सा बनकर अत्यंत प्रसन्न है। यह फ्रांस तथा भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। नई दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में फ्रांस के अनेक चित्रकारों तथा प्रकाशकों के अतिरिक्त फ्रांसीसी नोबेल पुरस्कार विजेता एनी एर्नॉक्स के नेतृत्व में फ्रांसीसी लेखकों का एक प्रतिनिधिमंडल भी भाग ले रहा है। फ्रांस, फ्रांसीसी साहित्य का भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने का प्रयास कर रहा है और अब तक 40 से अधिक फ्रेंच पुस्तकों का भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
मेले में G-20 पवेलियन भी है
भारत के G-20 प्रेसीडेंसी के वर्ष के साथ इस साल का विश्व पुस्तक मेला 2023 किताबों और साहित्य का सबसे बड़ा उत्सव है। किताबों के इस उत्सव में दुनिया भर के अन्य देशों के अलावा G-20 देशों की किताबें, साहित्य और संस्कृति को प्रदर्शित किया जा रहा है। पुस्तक मेले के दौरान कई सेमिनार, सम्मेलन, पुस्तक विमोचन, साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं।
मेले में और क्या है खास
इस साल विश्व पुस्तक मेले में G-20 पवेलियन के अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पवेलियन, एड-टेक जोन, युवा लेखक मंच जैसे नए आकर्षणों के साथ-साथ थीम मंडप, विदेशी मंडप, बच्चों के मंडप, लेखक मंच भी है। सभी कार्यक्रम संगोष्ठी हॉल और एम्फीथिएटर में आयोजित किए जा रहे हैं।
प्रकाशन प्रभाग ने भी लिया भाग
इस बार पुस्तक मेले में करीब एक हजार प्रकाशक और दो हजार से ज्यादा स्टॉल लगे हैं। भारत सरकार का प्रमुख प्रकाशन गृह ‘प्रकाशन प्रभाग’ भी विश्व पुस्तक मेले में अपने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पुस्तक संग्रह को प्रदर्शित कर रहा है। इसमें भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर प्रकाश डाला जा रहा है और उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जा रहा है जिन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। पुस्तक मेले में इतिहास, कला एवं संस्कृति, गांधीवादी साहित्य, भूमि एवं लोग, व्यक्तित्व व जीवनी, सिनेमा, और बाल साहित्य जैसे विषयों पर शीर्षक भी है। इसके अलावा प्रकाशन प्रभाग राष्ट्रपति भवन से संबंधित अपनी पुस्तकों की विशिष्ट श्रृंखला के साथ-साथ राष्ट्रपतियों, उपराष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्री के भाषणों को भी इस पुस्तक मेले में प्रस्तुत कर रहा है, जो कि प्रकाशन विभाग द्वारा विशेष रूप से प्रकाशित किए गए हैं। बुक स्टाल पर पुस्तकों के अलावा प्रकाशन प्रभाग की प्रमुख पत्रिकाएं जैसे कि योजना, कुरुक्षेत्र और आजकल भी उपलब्ध है। बच्चों की लोकप्रिय पत्रिका ‘बाल भारती’ भी इस मेले का हिस्सा है। प्रकाशन प्रभाग का बहुप्रतीक्षित साप्ताहिक रोजगार समाचार पत्र ‘एम्प्लॉयमेंट न्यूज (रोजगार समाचार)’ भी इस मेले में उपलब्ध है।

