बीते दिनों बद्रीनाथ धाम मंदिर के प्रांगण में लगे क्यूआर कोड चर्चा का विषय बना था अब प्रशासनिक अनुमति के बिना बद्रीनाथ मंदिर के बाहर दान के लिए क्यूआर कोड वाले बोर्ड लगाए जाने के मामले की जांच के लिए चमोली के पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बृहस्पतिवार को एक जांच दल गठित किया।
जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मामले की जांच, खुलासे और कार्रवाई के लक्ष्य से गठित जांच दल का नेतृत्व बद्रीनाथ थाने के प्रभारी निरीक्षक करेंगे जबकि इसकी निगरानी पुलिस उपाधीक्षक (ऑपरेशन) नताशा सिंह करेंगी। गौरतलब है कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह में बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के दिन क्यूआर कोड वाले बोर्ड लगे मिले थे। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की अनुमति के बिना लगे इन बोर्डों को उसी दिन हटा दिया गया था।
डोबाल ने टीम को साइबर प्रकोष्ठ से समन्वय स्थापित करते हुए मंदिर परिसर में लगाए गए क्यूआर कोड के संबंध में जांच करने तथा सिंह को प्रतिदिन की कार्रवाई से अवगत करवाने का निर्देश दिया है। मंदिर समिति ने ऐसी ही एक शिकायत केदारनाथ में भी दर्ज की थी।बदरीनाथ में लगाए गए क्यूआर कोड किस खाते से जुड़े हैं और लगाने का आदेश देनेवाला कौन है जैसे कई सवाल उठे हैं।

मंदिर समिति ने इस संबंध में पिछले महीने बद्रीनाथ थाने में एक तहरीर देकर मामले की जांच की मांग की थी, जिस पर एक मई को अज्ञात के विरूद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
