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    अल्मोड़ा: दर्पण समिति अल्मोड़ा व नेशनल फॉसेज ने प्रारंभिक देखभाल व विकास पर चौपाल का आयोजन किया

    अल्मोड़ा के हवालबाग ब्लॉक के सैल ग्राम पंचायत में दर्पण समिति अल्मोड़ा एवं नेशनल फॉसेज के सहयोग से प्रारंभिक देखभाल एवं विकास पर सामाजिक कार्यक्रम बीवी सी 20 के तहत् चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रघु तिवारी ,जिला कार्यक्रम अधिकारी पीतांबर प्रसाद, दर्पण समिति की सचिव विभु कृष्णा ,अध्यक्षता ग्राम प्रधान सैल हरेंद्र प्रसाद सैली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना देवी , द्वारा बच्चों के प्रारंभिक देखरेख एवं विकास के बारे में चर्चा की गई जिसमें बताया गया कि 0 से 8 वर्ष बच्चे के विकास के सबसे असाधारण वर्ष होते हैं सीखने की क्षमता इन्हीं वर्षों पर निर्भर करती है, जैसे जैसे बच्चे की आयु महीने वर्ष बढ़ते हैं उनका शारीरिक, मानसिक विकास होता है।

    हम बच्चों के पोषण स्वास्थ्य पर जितना ध्यान देंगे उनका उतना ही अच्छी तरह से शारीरिक मानसिक विकास होगा, लेकिन महिलाएं अपने कामों की वजह से बच्चों पर अच्छी तरह से ध्यान नहीं दे पाते हैं, कहीं पर तो माता-पिता मजदूरी के लिए बाहर जाते हैं तो बड़े बच्चों पर छोटे बच्चों की जिम्मेदारी दे देते हैं जिसे बड़े बच्चे भी शिक्षा से वंचित हो जाते हैं, जिससे छोटे और बड़े बच्चों दोनों का विकास अच्छी तरीके से नहीं हो पाता, बच्चों को समय पर खाना नहीं मिलता जिससे बच्चे बीमार भी हो जाते हैं, बच्चों पर हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए, ग्राम प्रधान सैल ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी भवन नही होने से काफी दिक्कत है।

    वही आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीना ने बताया कि बच्चो को संख्या तो अच्छी है लेकिन उनकी आंगनबाड़ी पिछले 11 साल से मिनी ही है और वेटिंग मशीन भी खराब है वही रघु तिवारी ने बाल अधिकार, बाल सुरक्षा, स्वास्थ्य, पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। इसके लिए महिलाओं को बताया कि गांव में जितने भी छोटे बच्चे हैं उन सभी को केंद्रों में भेजें केंद्रीय में बच्चों की अच्छी तरीके से देखरेख और पौष्टिक आहार मिलता है, जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया उनके द्वारा बताया गया कि केंद्र में बच्चों को पौष्टिक आहार खेलने की सामग्री सभी चीजों की व्यवस्था रहती है।

    हमें बच्चों के पौष्टिक आहार, देखरेख पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, कई गांव में कुछ कुपोषित बच्चे होते हैं उन बच्चों पर ज्यादा देने की आवश्यकता है केंद्रीय में इन बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाता है, समय-समय पर बच्चों की नाप तोल, पौष्टिक आहार, टीकाकरण सभी चीजों का ध्यान रखा जाता है आप सभी लोग 3 साल से अपने बच्चों को केंद्र में भेजें जिससे बच्चों का सही तरीके से देखरेख और बच्चों को पौष्टिक आहार मिल सके, महिलाओं का कहना था पहले केंद्र में पौष्टिक आहार मिलता था लेकिन अब सिर्फ दाल चावल मिल रहा है बच्चों को पौष्टिक आहार मिलना चाहिए, बच्चों को ऐसी चीजें मिलनी चाहिए जो बच्चे अच्छी तरह से खाएं, बाल कल्याण अध्यक्ष रघु तिवारी जी द्वारा बाल कल्याण समिति के कार्य से अवगत कराया गया, बैठक में दर्पण संस्था से कोमल बिष्ट,कविता नेगी, गोकुल बगड़वाल, योगेश पंत मौजूद रहे । इसके साथ ही जिला विधिक प्राधिकरण से भावना तिवारी और धीरेंद्र रावत ने बच्चो के अधिकार, विधिक से संबंधित ज्ञान साथ ही लोक अदालत के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही वृक्षारोपण भी किया गया। पवन बिरोडिया, गौरव जोशी, संजय साह, रजनी , अंकिता, पदमा, मंजू राठौर, पूजा आर्या आदि चार दर्जन लोग उपस्थित रहे

    By swati tewari

    working in digital media since 5 year

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