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    अमेरिका ने चोरी हुई 105 प्राचीन कलाकृतियाँ भारत को सौंपीं, कई धार्मिक कलाकृतियाँ भी शामिल

    पहली शताब्दी ईसा पूर्व की एक टेराकोटा यक्षी पट्टिका जो “पूर्वी भारत” से चोरी हो गई थी; मध्य भारत से 9वीं शताब्दी का लाल बलुआ पत्थर का नृत्य करता हुआ गणेश; 10वीं शताब्दी का कुबेर, जो मध्य भारत से भी है

    जून में पीएम मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा काफी सफल रही। इसी क्रम में भारत को एक और सफलता मिली है। पीएम मोदी की यात्रा के बाद अब अमेरिका भारत के 105 तस्करी वाले पुरावशेष वापस सौंप रहा है। इस बात की
    जानकारी अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने दी। उन्होंने बताया कि अमेरिका की ओर से सौंपे गए 105 तस्करी वाले पुरावशेषों के लिए एक प्रत्यावर्तन समारोह न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आयोजित किया गया।

    अधिकारियों का कहना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा तस्करी की गई 105 प्राचीन वस्तुएं भारत को लौटा दी गई हैं और जल्द ही भारत वापस आ जाएंगी। इन वस्तुओं के लिए एक प्रत्यावर्तन समारोह सोमवार को न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आयोजित किया गया था।

    भारत की जीवित विरासत और संस्कृति का हिस्सा

    भारतीय राजदूत ने बताया कि पुरावशेषों को जल्द ही भारत ले जाया जाएगा। 105 कलाकृतियां भारत में उनकी उत्पत्ति के संदर्भ में व्यापक भौगोलिक विस्तार का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने कहा कि “भारत के लोगों के लिए ये केवल कला के टुकड़े नहीं बल्कि उनकी जीवित विरासत और संस्कृति का हिस्सा हैं।

    भारतीय राजदूत ने सहयोग के लिए धन्यवाद दिया

    लगभग 50 कलाकृतियां धार्मिक विषयों (हिंदू धर्म, जैन धर्म और इस्लाम) से संबंधित हैं और बाकी सांस्कृतिक महत्व की हैं। इस अवसर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत एस संधू ने अमेरिकी पक्ष और उनकी
    टीम के सहयोग और समर्थन के लिए दूसरी-तीसरी शताब्दी ईस्वी से 18वीं-19वीं शताब्दी ईस्वी तक की अवधि में फैली कलाकृतियां टेराकोटा,पत्थर, धातु और लकड़ी से बनी हैं।

    देश के इन हिस्सों से संबंधित हैं कलाकृतियां

    105 कलाकृतियां भारत में अपनी उत्पत्ति के संदर्भ में व्यापक भौगोलिक विस्तार का प्रतिनिधित्व करती हैं। इनमें 47 कलाकृतियां पूर्वी भारत से, 27 दक्षिणी भारत से, 22 मध्य भारत से, 6 उत्तरी भारत से और 3 पश्चिमी भारत से है।

    कलाकृतियों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए समझौता

    बता दें कि पीएम की राजकीय यात्रा के दौरान, भारत और अमेरिका एक सांस्कृतिक संपत्ति समझौते पर काम करने पर सहमत हुए हैं जो सांस्कृतिक कलाकृतियों की अवधै तस्करी को रोकने में मदद करेगा।

    अमेरिका से 278 सांस्कृतिक कलाकृतियां आईं वापस

    केंद्र सरकार भारतीय विरासत और संस्कृति के जीवंत प्रतीकों को विदेशों से वापस लाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। पीएम मोदी के शासन काल में प्राचीन वस्तुओं को अमेरिका से वापस लाने में अमेरिका की शासन का बड़ा सहयोग मिला है। पहली बार 2016 में अमेरिका की ओर से 16 प्राचीन वस्तुएं लौटाई गईं थीं। इसके बाद 2021 में 157 प्राचीन वस्तुएं वापस की गईं। इन 105 पुरावशेषों के साथ, अमेरिकी पक्ष ने 2016 से भारत को कुल 278 सांस्कृतिक कलाकृतियां सौंपी हैं।

    By swati tewari

    working in digital media since 5 year

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