पुराने नोटों से अब भी है मोहमाया, घर ले गए स्थानीय लोग
नोट बंदी को कितने साल गुजर गए लेकिन हाल ही में नैनीताल के जंगल में पुराने नोटों के बंडल बिखरे हुए मिले हैं। जैसे पैसों का पेड़ लगाने के लिए बीज़ डाला हो। ये नोट पुराने बंद हो चुके 500 और 1000 रुपये मूल्य के हैं, इसलिए उनकी कोई कीमत नहीं है।
बता दें कि यदि यह चलन में होते तो यह करीब 50 हजार रुपये मूल्य के होते लेकिन 8 नवंबर, 2016 को हुई नोटबंदी के करीब 7 वर्षों के बाद जंगल में इस तरह नोटों का मिलना चर्चा का विषय बन गया है।
सोमवार शाम नैनीताल के हिमालय दर्शन क्षेत्र में एक कुत्ता गायब हो गया था। उसे सड़क से नीचे जंगल में देखा गया था, इसलिए कुछ युवक उसे ढूंढने जंगल में उतरे तो उन्हें जंगल में 1000 और 500 रुपये मूल्य के नोट दिखाई दिए। इस पर पुलिस को सूचना दी गई लेकिन रात्रि हो जाने के कारण पुलिस मंगलवार को मौके पर पहुंची और नोटों को बरामद किया।
नगर कोतवाल धर्मवीर सोलंकी ने बताया कि करीब 20 से 22 हजार रुपये मूल्य के पुराने निष्प्रयोज्य नोट बरामद किए गए हैं। कई नोट ठीक-ठाक हैं जबकि कई कटे-फटे व सड़ी-गली अवस्था में भी हैं। बारिश का मौसम होने की वजह से साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि नोट कब और किसने जंगल में फेंके होंगे। जांच की जा रही है।
क्षेत्रीय व्यवसायी निखिल जोशी ने बताया कि करीब 50 हजार रुपये मूल्य के नोट मिले हैं। कुछ नोट बरामद कर पुलिस ले गई है। कुछ और नोट पुलिस को सौंपे जा रहे हैं।
एक अन्य स्थानीय राहुल कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना देने से पूर्व कई स्थानीय लोग भी इन प्रतिबंधित नोटों को ले गए। पूर्व में करीब 80 हजार से अधिक की संख्या में खाई में नोट पड़े थे। लेकिन जब पुलिस पहुंची तब मात्र 50 हजार के आसपास नोट बचे थे। कुछ नोट पूर्ण रूप से गल चुके हैं, जबकि कुछ नोट अभी भी ठीक स्थिति में है।
