अल्मोड़ा – पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। बारिश के कारण जहां जिले में कई मार्ग आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। वहीं अनेक स्थानों पर नदी नाले भी उफान पर हैं। अल्मोड़ा जिले में शनिवार के शुरू बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा।

रविवार को अल्मोड़ा में दिन भर बारिश होने के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। लोग जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकले। बाजारों में भी कोई खास रौनक देखने को नहीं मिली। बारिश के कारण जिले के पैंसिया-पीपना, भतरौंजखान- मछोड़, डोटियाल-सराईखेत, अल्मोड़ा- घाट, भनोली- सिमलखेत, पातलीबगड़- बरसीमी, जैंती पीपली समेत अन्य अनेक मार्गों पर जगह जगह जबर्दस्त भूस्खलन हुआ। जिससे इन क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही भी ठप रही। रामनगर डोटियाल हाइवे पर धनगड़ी और भखराकोट गधेरे बारिश के कारण उफान पर आ गए। जिस कारण वाहनों की आवाजाही इस मार्ग पर भी बंद रही। इस मार्ग पर करीब पांच घंटे जाम लगा रहा। यात्री तेज बारिश के बीच वाहनों में बैठे मार्ग खुलने का इंतजार करते रहे। जिला मुख्यालय पर बरसाती पानी की निकासी की ठोस व्यवस्था ना होने के कारण कई जगहों पर जल भराव की समस्या भी पैदा हो गई है। बाजारों में जगह जगह रास्ते और गलियां तलैया में तब्दील हो गई हैं। जिस कारण लोगों को इधर उधर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर अल्मोड़ा पिथौरागढ़ हाइवे पर घाट के पास बारिश के कारण भारी भूस्खलन हो गया है। जिससे अल्मोड़ा पिथौरागढ़ का संपर्क एक दूसरे से कट गया है। मार्ग बंद होने के कारण यहां जाम लगा हुआ है और आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो बंद सड़कों को खोलने के लिए मौके पर जेसीबी मशीनें भेजी गई हैं। लेकिन लगातार बारिश के कारण मार्गों को खोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बस के फंसने से लगा जाम , शव वाहन भी फंसा:
लगातार हो रही बारिश के कारण रविवार को भतरौंजखान- रामनगर मोटर मार्ग पर मछोड़ के पास सड़क पर मलबा आ गया। मलबे को पार करने का प्रयास कर रहा रानीखेत डिपो का एक वाहन इस मलबे की चपेट में आने से दलदल में फंस गया। चालक ने वाहन को निकालने का काफी प्रयास किया। लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। जिस कारण इस मार्ग पर जाम लग गया और देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी लंबी कतार लग गई। जाम में पनुवाद्योखन से एक शव लेकर भिकियासैंण जा रहा वाहन भी जाम में फंस गया। लोग काफी देर तक मार्ग के खुलने का इंतजार करते रहे। लेकिन प्रशासन की ओर से वहां कोई नहीं पहुंच पाया। जिस कारण जाम में फंसे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। =====================अल्मोड़ा जिले में कहां कितनी बारिश अल्मोड़ा = 49.00 एमएम रानीखेत = 17.0 एमएम द्वाराहाट = 21.0 एमएम चौखुटिया = 23.0 एमम सोमेश्वर = 30.4 एमएम भिकियासैंण = 28.0 एमएम जागेश्वर = 28.5 एमएम सल्ट = 30.0 एमएम जैंती = 62.0 एमएम शीतलाखेत = 18.5 एमएम ——————————————————————————————–
चीड का विशालकाय पेड़ गिरने से दो आल्टो, एक स्कूटी क्षतिग्रस्त

दो दिनों से हो रही लगातार बारिश अब परेशानी का सबब बन गई है। रविवार को तेज बारिश के कारण रानीखेत के खनिया के पास चीड़ का एक विशालकाय पेड़ भरभराकर सड़क पर गिर गया। जिसकी चपेट में दो आल्टो कार और एक स्कूटी आ गई। तीनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। संयोग से उस समय वाहनों में कोई बैठा नहीं था। जिस कारण एक बड़ा हादसा टल गया। जिले के रानीखेत में शनिवार से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को गोलू मंदिर खनिया के पास चीड़ का एक विशालकाय पेड़ भरभराकर नीचे गिर गया और उसने सड़क पर खड़े तीन वाहनों काे अपनी चपेट में ले लिया। पेड़ गिरने से राजन पुत्र भगवती राम की कार संख्या यूके-04-डब्ल्यू-6921 व ललित चौहान पुत्र राजेंद्र सिंह की आल्टो कार संख्या यूके-07-एएल-5567 और सुरेद्र सिंह पुत्र दान सिंह की स्कूटी संख्या यूके-01 बी-1699 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत रही कि हादसे के वक्त वाहनों में कोई मौजूद नहीं था। हादसे की खबर राजस्व पुलिस और वन विभाग काे दी गई है।
