• Mon. Dec 1st, 2025

    दहशतगर्द तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद

    Nainital News: जनपद नैनीताल के भीमताल क्षेत्र में दहशत का कारण बना तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। तेंदुए को काठगोदाम रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। तेंदुआ पकड़े जाने के बाद क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।भीमताल रेंज अंतर्गत नौकुचियाताल के सिलौटी गांव में बीते दिन पिंजरे में एक तेंदुआ फंस गया। माना जा रहा है कि यह वही तेंदुआ हो सकता है जिसने 25 नवंबर को 50 वर्षीय लीला देवी पर हमला कर उनकी जान ले ली थी। हालांकि, वन विभाग ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है।घटना के बाद से ही वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई थी। 30 सदस्यीय टीम ने जंगल में तेंदुए की तलाश की और घटनास्थल पर पिंजरे और 20 कैमरा ट्रैप लगाए गए। साथ ही घटनास्थल से खून और बाल के नमूने एकत्र कर जांच के लिए देहरादून स्थित वन्यजीव संस्थान भेजे गए।वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने जानकारी दी कि पिंजरे में कैद तेंदुए को रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि पकड़ा गया तेंदुआ वही है जिसने महिला पर हमला किया था। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में और भी तेंदुए मौजूद हो सकते हैं।

    इधर तेंदुआ पकड़े जाने के बावजूद क्षेत्र में दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से इलाके में और तेंदुओं की मौजूदगी की जांच के लिए अभियान तेज करने की मांग की है। वन विभाग अब नमूनों की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है ताकि तेंदुए की पहचान सुनिश्चित हो सके।

    ___________________

    ___________________

    गुलदार के दो शावकों की मौत से वन विभाग में हड़कंप

    नैनीताल जिले के हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित एक रिहायशी इलाके में गुलदार के दो शावकों की मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। दोनों शावकों की मौत का कारण ठंड और भूख बताया जा रहा है। घटना ने स्थानीय लोगों को भी डरा दिया है, जिन्हें आशंका है कि कहीं गुलदार आसपास न हो।जानकारी के अनुसार बीते दिन सोमवार को रामपुर रोड पर एक निजी स्कूल के पास खाली प्लॉट में गुलदार के दो शावकों को लोगों ने देखा। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार का इंतजार करते हुए शावकों की निगरानी शुरू की। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उनकी मां शावकों के पास नहीं आई। इधर वन विभाग ने शावकों का पोस्टमॉर्टम कराया, जिसमें ठंड और भूख को मौत का कारण बताया गया। इसके बाद शावकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

    By swati tewari

    working in digital media since 5 year

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *