वर्तमान में बदलता मिडिया को लेकर शारदा पब्लिक में जनसत्ता के वरिष्ठ सम्पादक ओम थान्वी से परिचर्चा
अल्मोड़ा । शारदा पब्लिक स्कूल में जनसत्ता के वरिष्ठ सम्पादक ओम थान्वी ने बदलते समय के साथ मिडिया का स्वरूप को लेकर परिचर्चा करते हुए कहा मिडिया में नवोतार और परिवर्तन का दौर है।सोसल मीडिया व्यक्तिगत अभिव्यक्ति के माध्यम है। मुख्य धारा की मिडिया को देखें वह हांसिए की ओर दिख रही है हमारा देश जाति वाद और साम्प्रदायिक दायरों में है। प्रसार का पैमाना है मिडिया बाजार से उलट है। अर्थ व्यवस्था अन्त हो गया है मिडिया का काम सूचना जानकारी देना नहीं है। पत्रकारिता जानकारी और सूचना परे है।समझ और विवेक शील पत्रकारिता में आ सकता है।1836 में निकले समाचार पत्र उदंड मापदंड है।आजाद भारत में 100साल पहले ही भविष्य वाणी कर दी थी पत्र प्राण हीन होगा। सरकार यह कहे इलैक्ट्रिक बान्ड ऐ ठीक मुद्दा नहीं है। मिडिया का बदलना लोकतंत्र का चेहरा बदलना ऐ संकेत ठीक नहीं है। मिडिया को दोष देना भी ठीक नहीं है बेस बोर्ड के तहत पत्रकारो की नौकरी सुरक्षित रहती है अब सारे पत्रकार ठेके पर रखे गए हैं। सरकारो के अधिनस्थ काम कर रहे हैं। अखबारो के मालिकों का कहना होता है। सरकार के अगेन न्यूज पर मना किया तो पत्रकारों को मंजूरी होना पड़ता है क्योंकि पत्रकारो की पारिवार के भरण पोषण का संकट सामने आते है। इसलिए वे नियोजित ढंग की पत्रकारिता करते हैं। फेंक न्यूज सोसल मीडिया के अन्दर आ रही है। लोग उसमें कमेंट और लाइक करते हैं ऐ ठीक नहीं है।देखा जाए तो वर्तमान हालात में पत्रकारिता के स्वरूप पूरी तरह से बदल रहा है। पत्रकारो को मारा पीटा हत्या उत्पीड़न किया जा रहा है यह पत्रकारिता छेत्र के लिए काफी खतरे का संकेत है।
उत्तरकाशी में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस
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