भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली एक बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही यूजर्स के लिए एक सुविधा लाने जा रहा है, जिसके तहत वे किसी भी UPI लेनदेन को QR कोड स्कैन करके ईएमआई में बदल सकेंगे। यह कदम देश के सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले भुगतान प्लेटफॉर्म UPI के दायरे को बढ़ाने और क्रेडिट-आधारित लेनदेन को सहज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास है। इस नई सुविधा से न केवल उच्च मूल्य के लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को अपने खर्च को मासिक किश्तों में बांटने की लचीलापन भी मिलेगा, और UPI को पारंपरिक कार्ड और बैंकिंग चैनलों के क्षेत्र में और अधिक प्रभावशाली बनाया जाएगा।
QR कोड के माध्यम से ईएमआई सुविधा कैसे काम करेगी
इस आगामी सुविधा का डिज़ाइन पॉइंट-ऑफ-सेल (POS) कार्ड अनुभव को प्रतिबिंबित करता है, जहां उपभोक्ता अपने लेनदेन को तत्काल ईएमआई में बदल सकते हैं। UPI आधारित मॉडल में, उपयोगकर्ता किसी भी व्यापारी के QR कोड को स्कैन करके ईएमआई विकल्प चुन सकते हैं, बशर्ते उनके बैंक या फिनटेक पार्टनर द्वारा पात्रता शर्तें पूरी हों।
NPCI ने अभी तक इस सेवा को आधिकारिक रूप से लॉन्च नहीं किया है, लेकिन उद्योग के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार, यह सुविधा विकास के अंतिम चरण में है। नवी के सीईओ राजीव नरेश ने बताया कि हालांकि यह विकल्प अभी सक्रिय नहीं है, लेकिन UPI में अगला चरण ग्राहकों को सीधे भुगतान के समय अपने लेनदेन को ईएमआई में बदलने की अनुमति देगा। यह न केवल उपभोक्ताओं को वित्तीय लचीलापन प्रदान करेगा बल्कि व्यापारियों को उच्च मूल्य के लेनदेन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
इस विस्तार का आधार हाल के कदमों जैसे कि RuPay क्रेडिट कार्ड का UPI के साथ एकीकरण और क्रेडिट लाइनों की उपलब्धता पर रखा गया है, जो पिछले एक साल में काफी लोकप्रिय हुए हैं। इन पहलों ने UPI को केवल डिजिटल भुगतान उपकरण के रूप में ही नहीं बल्कि क्रेडिट वितरण चैनल के रूप में भी स्थापित किया है।
ईएमआई विकल्प से जुड़े लाभ केवल उपभोक्ताओं तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यह बैंक और भुगतान सेवा प्रदाताओं के लिए नए राजस्व सृजन के अवसर भी खोलता है। गुरुग्राम स्थित एक फिनटेक संस्थापक के अनुसार, NPCI को UPI के माध्यम से उपयोग की जाने वाली क्रेडिट लाइनों पर लगभग 1.5 प्रतिशत इंटरचेंज शुल्क लेने की संभावना है, जिससे वित्तीय संस्थानों के लिए नई आय का स्रोत खुलेगा। PayU के सीईओ अनिर्बान मुखर्जी ने भी तुरंत क्रेडिट की संभावनाओं पर प्रकाश डाला और इसे वित्तीय समावेशन और डिजिटल अपनाने की अगली लहर को खोलने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया।
UPI की यह नई सुविधा विशेष रूप से युवाओं, शहरी उपभोक्ताओं और तकनीक के प्रति जागरूक नागरिकों के बीच आकर्षक होगी। ये समूह डिजिटल लेनदेन में सहज हैं और उच्च मूल्य की खरीदारी के लिए लचीले वित्तीय विकल्प की तलाश में रहते हैं। QR कोड आधारित ईएमआई प्रणाली इन उपयोगकर्ताओं के लिए आदर्श समाधान साबित होगी, क्योंकि यह त्वरित, आसान और बैंकिंग प्रक्रियाओं के लिए न्यूनतम निर्भरता वाली है।