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    पाल टूटने से 7 लोग खौलते तेल में गिरे; खुशियां मातम में बदलीं

    Webfastnews

    चम्पावत। जिले के देवीधुरा (Devidhura) के कनवाड़ गांव में रविवार को एक शादी समारोह (Marriage Ceremony Disaster) की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं। एक घर में चल रहे यज्ञोपवीत संस्कार और आगामी शादी की तैयारियों के दौरान दो मंजिले मकान का कच्चा लकड़ी का फर्श (पाल) अचानक टूट गया। इस हादसे में ऊपर मौजूद सात लोग नीचे गिर गए। दुखद यह रहा कि वे सीधे भूतल (गोठ) पर रखी खौलते तेल की कढ़ाही में जा गिरे, जहां पकवान (पूरियां) तले जा रहे थे।

    चार की हालत गंभीर, जिला अस्पताल रेफर

    हादसे में कुल सात लोग बुरी तरह झुलस गए। इनमें 57 वर्षीय पार्वती देवी, 30 वर्षीय पुष्पा देवी, 46 वर्षीय किशन राम, 8 वर्षीय हिमानी, 65 वर्षीय जगदीश राम, 35 वर्षीय गीता देवी और 46 वर्षीय बसंती देवी शामिल हैं। मकान टूटने और लोगों के झुलसने के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। नीचे बैठे लोग भी तेल के छीटों की चपेट में आने से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में सभी घायलों को बाहर निकाला और निजी वाहनों से पीएचसी देवीधुरा पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद, पार्वती देवी, पुष्पा देवी, किशन राम और गीता देवी की गंभीर हालत (Seven Injured) को देखते हुए उन्हें तुरंत चम्पावत जिला अस्पताल (Champawat) के लिए रेफर कर दिया गया।

    खुशियों के माहौल में सन्नाटा

    ग्रामीण जगदीश राम ने बताया कि कनवाड़ निवासी हरीश राम के घर बेटे का यज्ञोपवीत संस्कार चल रहा था और सोमवार को बेटी की शादी होनी थी। शनिवार को महिला संगीत का आयोजन हुआ था और पूरा परिवार खुशी में डूबा हुआ था। घर के भूतल पर पकवान बनाए जा रहे थे। जैसे ही दूसरी मंजिल का फर्श टूटा (Pal Tutna), खुशियों के माहौल में अचानक चीख-पुकार मच गई और सन्नाटा पसर गया। लोग तेल की चासनी में गिरने से दर्द से चिल्लाने लगे। इस हादसे ने परिवार की सारी खुशियां छीन लीं। सोमवार को होने वाली शादी की तैयारियां फीकी पड़ गईं और परिवार सदमे में है।

    पुराने मकानों की सुरक्षा पर सवाल

    इस भीषण हादसे ने पहाड़ी क्षेत्रों में पुराने मकानों की सुरक्षा (Floor Collapse) पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शादी जैसे आयोजनों में अक्सर भीड़ बढ़ जाती है, जिससे पुराने लकड़ी के फर्श पर अधिक दबाव पड़ता है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों को ऐसे जर्जर ढांचों के रखरखाव और सुरक्षा मानकों की नियमित जांच पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दुखद दुर्घटनाएं न हों। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआएं की जा रही हैं।

    By swati tewari

    working in digital media since 5 year

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