उत्तराखंड पुलिस ने राजस्थान से एक नकली आयुर्वेदिक डॉक्टरों के गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने शनिवार को बताया कि इनामी अपराधी इम्लख को राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।
पिछले महीने स्टेट स्पेशल टास्क फोर्स ने भंडाफोड़ किया था
पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षा माफिया के रूप में कुख्यात इम्लख, बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की फर्जी डिग्री लेकर राज्य में प्रैक्टिस करने वाले आयुर्वेदिक डॉक्टरों के गिरोह का मास्टरमाइंड था।इस गिरोह का पिछले महीने स्टेट स्पेशल टास्क फोर्स ने भंडाफोड़ किया था और मामले के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा, “हमने गिरोह के मास्टरमाइंड इमलख की तलाश शुरू की और उसे राजस्थान के किशनगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है।” मास्टरमाइंड के सिर पर 25,000 रुपये का इनाम था। “जैसा कि हमने इमलख पर ध्यान केंद्रित किया, यह पाया गया कि वह कोतवाली मुजफ्फरनगर का एक हिस्ट्रीशीटर है।
यूपी का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया
उसने अपने भाई इमरान के साथ मिलकर बरला थाना क्षेत्र में एक मेडिकल डिग्री कॉलेज बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज खोला है।” मुजफ्फरनगर के जिसमें बी फार्मा, बीए, बीएससी आदि के पाठ्यक्रम है,” पुलिस ने कहा उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, इमलख के खिलाफ फर्जी डिग्री देने के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कहा, “उसे यूपी का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया कहा जाता है।”
अवैध संपत्तियों को भी जब्त होगी
पुलिस ने आगे कहा, “इमलख के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और गैंगस्टर एक्ट उसकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा।” इससे पहले जनवरी में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जिसमें कथित तौर पर बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की फर्जी डिग्री मुहैया कराई जाती थी। वरिष पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपना निजी क्लिनिक चलाने वाले देहरादून के दो फर्जी बीएएमएस डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया गया है।
