अल्मोडा- सवर्ण युवती से प्रेम विवाह करने वाले उपपा के युवा दलित नेता जगदीश चंद्र की नृसंश हत्या के बाद आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हत्या के विरोध में 11 सितंबर यानी रविवार को भिकियासैंण बाजार में सैकड़ो की तादात में लोग सड़क पर उतर आए। भारी सुरक्षा के बीच इस दौरान लोगों ने विशाल जुलूस निकाला। इस दौरान पूरे भिकियासैंण बाजार में भारी जनसैलाब उमड़ आया।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी व तमाम जनसंगठनों व विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में हुवे इस प्रदर्शन में अल्मोड़ा, रामनगर, मृतक जगदीश के गांव पनुवादयोखन, सल्ट क्षेत्र समेत कई संगठनों के लोगो ने शिरकत की। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने प्रदेश की भाजपा सरकार, स्थानीय विधायक, पुलिस व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने जगदीश हत्याकांड में भाजपा सरकार की चुप्पी व पीड़ित परिवार को कोई मुआवजा नहीं दिए जाने पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान बड़ियाली चौक पर जनसभा का आयोजन किया गया। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने कहा कि जगदीश हत्याकांड को 11 दिन बीत चुके है लेकिन स्थानीय विधायक, सीएम, भाजपा के किसी नेता ने आज तक एक शब्द नही बोला। जगदीश के परिजनों के प्रति शोक संवेदना तक नहीं जताई। और न ही उन्हें कोई राहत दी गयी उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार जिस मुआवजे की बात कर रही है वह कानून के अंदर ही आता हैं । इससे साबित होता है कि सरकार इस पूरे मामले की दोषी है और अपने लोगो को बचाना चाहती है। साथ ही जगदीश की निर्मम हत्या में सरकार की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
उपपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने कहा की कुछ जातिवादी मानसिकता से ग्रसित लोगो ने जगदीश की निर्मम हत्या कर दी। लेकिन इससे भी दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी, सांसद अजय टम्टा सल्ट आते है लेकिन पीड़ित परिवार के लिए एक शब्द नहीं बोलते। यही नही स्थानीय भाजपा विधायक महेश जीना भी मामले में चुप्पी साधी है। उन्होंने कहा कि जगदीश हत्याकांड के जो जिम्मेदार लोग है वह सन्नाटे में है। उन्होंने जगदीश, उसकी पत्नी गीता व परिजनों को न्याय दिलाने की मांग करते हुवे पूरे मामले की सुनावई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने व मामले में जिम्मेदार अल्मोड़ा पुलिस व जिला प्रशासन की जांच कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।ध्यानी ने कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नही हुवी व पीड़ित परिवार को न्याय नही मिला तो प्रदेश समेत पूरे देशभर में आंदोलन किये जाएंगे।
वही, प्रदर्शन में पहुंचे जगदीश के परिजनों व गांव पनुवादयोखन, सल्ट से पहुंचे ग्रामीणों ने जगदीश के सभी हत्यारो को फांसी की सजा देने व पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की।समाजवादी लोक मंच के मुनीश कुमार ने कहा कि सामाजिक अन्यायों के पीछे मानवता विरोधी मानसिकता और जगदीश की जान इसी जातिवादी और मानवताविरोधी मानसिकता तथा प्रशासन की लापरवाहियों ने ली है।
सभा को जगदीश के परिवार से बहन गंगा, भाई पृथ्वीपाल, पनुवाद्योखन के बीटीसी मेंबर खीमानंद, एड. भोलेशंकर, अल्मोड़ा के एड. नारायण राम, एड. प्रेम आर्या, एड. जीवन चंद्र, उच्च न्यायालय की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी, आनंदी वर्मा, नंदी नैनवाल, उछास की भारती पांडे, द्वाराहाट के भुवन लहरी, नैनीताल की माया चिलवाल, डॉ. उमा भट्ट, बसंती पाठक, पौड़ी के नरेश चंद्र नौड़ियाल, रामनगर के चिंता राम, लालमणि, किरन आर्या, अमीनुर्रहमान नैनीताल से आए वरिष्ठ पत्रकार उमेश तिवारी विश्वास, संयुक्त किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, इंकलाबी मज़दूर केंद्र के रोहित, ईको सेंसिटिव ज़ोन के एम आर टम्टा आदि लोगों ने संबोधित किया।कार्यक्रम में तय किया गया कि इसी माह जल्द ही अल्मोड़ा में प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन में प्रगतिशील महिला एकता मंच, वन ग्राम संघर्ष समिति, उत्तराखंड छात्र संगठन, युवा एकता मंच, भीम आर्मी समेत अनेक संगठन शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन उपपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने किया।