हत्या के लिए सुपारी देने वाला आरोपी अभी फरार चल रहा
उत्तराखंड STF की कुमायूँ युनिट व किच्छा कोतवाली पुलिस ने कल देर रात ऊधमसिंहनगर से चार शूटरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक पिस्टल, 3 तमंचा(दो 315 बोर तमंचा, एक 12 बोर तमंचा) और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किये हैं। अभियुक्तों पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
आरोप है कि ये चारों बदमाश एक शख्स की हत्या करने की फिराक में थे। आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने जा रही है। जबकि हत्या के लिए सुपारी देने वाला आरोपी अभी फरार चल रहा है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि किच्छा क्षेत्रान्तर्गत काली मंदिर के पास एक मकान में कुछ अपराधी किस्म के व्यक्ति कई दिनों से रुके हैं जिनके पास कई प्रकार के हथियार हैं और वह किसी बड़ी घटना को घटित करने की फिराख में है, इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा स्थानीय पुलिस से संपर्क कर एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत उक्त मकान को चारों तरफ से घेर कर मकान की दूसरी मंजिल के एक कमरे में छिपे 04 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से एक पिस्टल, दो 315 बोर तमंचा, एक 12 बोर तमंचा तथा भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए।
स्थानीय अपराधी गगन दीप के लिए काम करते हैं
गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ पर उनके द्वारा बताया गया कि वह स्थानीय अपराधी गगन दीप के लिए काम करते हैं। यहां उसी के कहने पर इकट्ठा हुए थे। गगनदीप द्वारा ही उक्त कमरे को किराए पर लिया गया था अभियुक्त गगनदीप पूर्व में कई बार जेल जा चुका है । गगनदीप सिंह की अपराध के क्षेत्र में वर्चस्व और व्यापार को लेकर सिमरनजीत सिंह के साथ रंजिश चल रही है। दोनों के द्वारा स्थानीय स्तर पर अपने अपने गैंग बनाए गए हैं। दोनों एक दूसरे को मारने की फिराक में रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले सिमरन ने गगनदीप के ऊपर गोली चलाई थी, जिसमे गगनदीप बाल बाल बच गया था, जिससे गगनदीप ने उसे मारने की जिद ठान ली थी। इसी कारण गगनदीप ने उनको यहां किराए के मकान पर रुकवाया था तथा सिमरन को कहीं अकेले में देखकर उसकी हत्या की फिराक में थे। आज सिमरनजीत आर्शीवाद होटल किच्छा पर आने वाला था। गिरफ्तार चार अपराधियों द्वारा वहीं पर उसकी हत्या को अंजाम देने का प्लान तैयार किया था। गिरफ्तार अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव पूर्व कई बार हत्या के प्रयास, रंगदारी आदि में जेल जा चुका है तथा उसके विरुद्ध जनपद नैनीताल, उधम सिंह नगर, दिल्ली कई स्थानों पर दर्जनभर अभियोग पंजीकृत है। पकड़े गए अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव द्वारा बताया कि चार दिन पूर्व भी सिमरन के मिलने की सूचना थी, इसलिए सभी लोग गगनदीप के साथ उसे मारने गए थे, परंतु सिमरन वहां से ऐन वक्त पर निकल गया था। इसके अलावा गिरफ्तार अभियुक्त विपिन सिंह के विरुद्ध भी कई थानों में अभियोग पंजीकृत है ।
इससे पहले भी मारने की योजना बनाई थी
एसटीएफ की पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार बदमाश, स्थानीय अपराधी सिमरनजीत सिंह की हत्या के लिए आये थे और उन्हें यहाँ गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया द्वारा भाड़े पर बुलाया गया था। इनके द्वारा 04 दिन पूर्व भी सिमरनदीप के ठिकाने की रेकी कर उसे मारने की योजना बनाई गई थी, लेकिन उन्हें सफलता नही मिली। गिरफ्तार शूटरों में से एक राहुल श्रीवास्तव का गैंगस्टर पीपी के राइट हैंण्ड भुप्पी बोरा से कनेक्शन सामने आया है। वह भुप्पी बोरा के साथ एक्सटोरशन के केस में जेल जा चुका है। एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी गुरवंत सिंह की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ को उत्तराखंड में अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर अपराधियों की सूची तैयार कर उन पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं इस क्रम में उत्तराखंड के के प्रत्येक जनपद में सक्रिय कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है, साथ ही उन पर निगरानी रखने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। एसटीएफ को पिछले कई दिनों से किच्छा क्षेत्र में बाहर के अपराधियों के सेल्टर लेने की सूचना मिल रही थी, जिस पर मेरे द्वारा एसटीएफ की कुमायू युनिट को तुरन्त कार्यवाही हेतु निर्देश दिये गये थे, जिस क्रम में कल टीम द्वारा किच्छा क्षेत्र में एक किराये के मकान में रेड की गयी और पूरे घर को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो टीम को उस घर से 04 बदमाश और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार व गोला- बारुद बरामद हुआ। एसटीएफ की टीम द्वारा अब गगनदीप की तलाश में जगह जगह छापेमारी की जा रही है।

