द्वाराहाट 28 जून- गुरिल्लों के नौकरी पैंशन एवं अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में धरने को 5000दिन पूरे होने पर अल्मोड़ा से निकली जनजागरण रथयात्रा आज द्वाराहाट पहुंची।
गुरिल्लों के बिना राष्ट्रवाद की चर्चा अधूरी- ब्रह्मा नंद डालाकोटी
मुख्य चौराहे पर हुई सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मा नंद डालाकोटी ने कहा कि अनेक संगठन राष्ट्रवाद की भले ही चर्चा करें पर गुरिल्लों की चर्चा के बिना यह अधूरी है। गुरिल्ले वो लोग हैं जिन्हें खुद सरकार ने राष्ट्रवाद का प्रशिक्षण देकर सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रभक्ति की भावना जाग्रत करने के लिए तैयार किया। राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत गुरिल्लों ने पूर्वोत्तर से अलगाव -उग्रवाद समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की सीमा सुरक्षा की इस अचूक सुरक्षा ब्यवश्था के सन् 2000में समाप्त होने के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में पुनः उग्रवादी घटनाएं होने लगी हैं।
एक दो दिन पूर्व के समाचार पत्रों में नेपाल सीमा से भी घुसपैठ की संभावना के समाचार छपे हैं। इसलिए गुरिल्लों का सीमाओं को सुरक्षित रखने मे की आज भी उपयोग संभव है।
जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि आंदोलन के चलते राज्य सरकार ने हमसे अनेक समझौते किये जिनमें गुरिल्लों का होमगार्ड और पी आर डी के माध्यम से समायोजन भी एक है। अजीब बिडंबना है कि गुरिल्लों से कम प्रशिक्षित लोगों को इन सेवाओं में रखा जा रहा पर गुरिल्लों को मौका नहीं दिया जा उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से अपनी घोषणाओं समझौतों को लागू करने की मांग की।
सभा को चन्द्र प्रकाश उपाध्याय, कैलाश शाह ने भी संबोधित किया इस अवसर पर भुवन चन्द्र चौधरी गोविन्द बल्लभ हरबोला देवी दत्त बुधानी ध्यान सिंह प्रकाश चन्द्र मदन सिंह रेखा भट्ट भवानी देवी आनंदी साह पूनम गोस्वामी गीता देवी भागुली देवी सहित अनेको गुर्रिल्ले उपस्थित थे!