अल्मोड़ा: सीटू ने गांधी पार्क में मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के विरोध में मनाया काला दिवस
अल्मोड़ा। आज दिनांक 23 सितंबर 2024 को संयुक्त ट्रेड यूनियंस के देशव्यापी आह्वान पर सेंटर ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू)जिला अल्मोड़ा द्वारा स्थानीय गांधी पार्क में मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के विरोध में में काला दिवस मनाया गया।
ज्ञात हो कि वेतन संहिता 2019 में पारित की गई थी और अन्य तीन संहिताओं को 22 सितंबर 2020 को पूरे देश में जारी गंभीर कोविद-19 की स्थिति के दौरान विपक्ष की अनुपस्थिति में संसद में पारित किया गया था। क्योंकि इस वर्ष 22 सितंबर को रविवार पड़ रहा है इसलिए 23 सितंबर 20 24 को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। मजदूर विरोधी 4 श्रम संहिताओं को संसद में पास करने के बावजूद संयुक्त ट्रेड यूनियन के विरोध के कारण इन्हें अभी लागू नहीं किया जा सका है।केंद्र सरकार, राज्यों द्वारा नियमों की अधिसूचना जारी करने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है, ताकि क्रियान्वयन को प्रभावी बनाया जा सके। इसके अलावा भी बहुत सारे बदलाव पिछले दरवाजे से लागू करने का प्रयास किया जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि एक ओर आशा ,भोजनमाता, आंगनवाड़ी को मजदूर का दर्जा देने की श्रम सम्मेलनों की सिफारिश को लागू नहीं किया जाता , वहीं दूसरी ओर चार श्रम संहिता़ओ को मजदूर वर्ग पर थोपा जा रहा है। वक्ताओं ने चार श्रम संहिता खत्म करने, न्यूनतम वेतन 26000 प्रतिमाह, समान काम का समान वेतन, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने,आशा भोजनमाता, आंगनवाड़ी व अन्य योजना कर्मियों को मजदूर की मान्यता देकर पैशन व अन्य सामाजिक सुरक्षा देने की मांग की।
इस मौके पर आर.पी.जोशी, आनंदी मेहरा, भगवती आर्या, नीमा जोशी, विजयलक्ष्मी, योगेश कुमार. डॉ सुशील तिवारी, उपेंद्र, दिनेश तिवारी, राजू, देवेंद्र फर्तियाल आदि मौजूद रहे।
प्रेस नोट जारी कर्ता – आर.पी.जोशी जिला सचिव सीटू जिला अल्मोड़ा।
