अल्मोड़ा। दीपावली पर्व की श्रृंखला में आज गौ सेवा ट्रस्ट द्वारा ज्योली के गौशाला में गौसंवर्धन यज्ञ किया गया। इस अवसर पर गौ वंशीय पशुओं को विशेष तौर पर अलंकृत किया गया तथा देश की समृद्धि के लिए कामना की गई।
इस अवसर पर बहुत से स्थानीय लोगों ने गौशाला में पहुंचकर पशुओं को चारा खिलाया।
आपको बता दें कि गौ सेवा न्यास के संस्थापक सचिव दया कृष्णा कांडपाल द्वारा मुख्य रूप से यह आयोजन कराया गया है। इस दौरान वैदिक परंपराओं को अक्षुण रखने का संकल्प किया गया। वहीं श्रद्धालुओं को वेद मंत्रो की संहिता पाठ से अवगत कराया गया सचिव कांडपाल ने कहा कि गुलाम भारत में पहली बार दयानंद सरस्वती ने गो संवर्धन हेतु आवाज उठाई थी, हमारी यह गौ सेवा न्यास संस्था उनके प्रति श्रद्धांजलि और गोवंश के प्रति श्रद्धा है।

उन्होंने आगे कहा केवल दूध उत्पादों के लिए ही नहीं परंतु मिट्टी की उर्वरता शक्ति बढ़ाने के लिए गौ संवर्धन जरूरी है। धरती को उपजाऊ बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। गौशाला में भी लगातार गौ वंशों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। जिस कारण गौशाला में व्यवस्था व प्रबंधन का दबाव बढ़ता जा रहा है।
पिछले 15 वर्षों से लगातार जन सहयोग से यह गौशाला संचालित हो रही है तथा इसका विस्तार भी हो रहा है। यह सभी कार्य आर्य समाज की प्रेरणा से गुरुकुल में हो रहा है।
इस अवसर पर गौ सेवा न्यास द्वारा गोवंशों को विभिन्न फल और व्यंजनों का भोग लगाया गया। इस अवसर पर गौ सेवा न्यास के द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता बद्री विशाल अग्रवाल ने किया तथा संचालन सचिव दयाकृष्ण काण्डपास ने किया कार्यक्रम मे, सदस्य पान सिंह विष्ट, यशवन्त परिहार, मनोज लोहनी महेन्दर सिंह, आशा देवी, आदि ने सहयोग प्रदान किया। इस कार्यक्रम मे बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे ।
