राष्ट्रीय दृष्टि हीन संघ अल्मोड़ा द्वारा सुप्रसिद्ध समाज सेविका मूक बधिर दृष्टि बाधित साहित्यकार हेलन केलर का 124 वा जन्मदिन 27 जून बड़ी धूमधाम से मनाया मनाया गया।
राष्ट्रीय दृष्टि हीन संघ अल्मोड़ा विगत सालों की तरह इस साल भी 27 जून को रामजे इण्टर कालेज के सभा गार में प्रसिद्ध समाज सेविका हेलन केलर का 124 वा जनमदिन धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रकाश जोशी अध्यक्ष नगर पालिका अल्मोड़ा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि एव विशिष्ट अति थियो का बैच अलंकरण कर दृष्टि हीन संघ के अध्यक्ष बी एस राणा द्वारा सभी का स्वागत किया गया। चन्द्र मणी भट्ट प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य द्वारा संगठन के क्रियाकलापों प्रकाश डालते हुए कहा कि दृष्टि ही न संगठन पिछले 22 साल से दृष्टि बाधितो के लिए कार्य कर रहा है। संगठन द्वारा क ई बच्चों को शिक्षण संस्थानों में शिक्षा हेतु प्रवेश कराकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोडा है ओर आत्मनिर्भर बनाया है। कार्यक्रम में दिनाक 11 जून को आयोजित भाषण प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ 6 बच्चों को जिला अधिकारी द्वारा कर्नल के एस बोरा की स्मृति में नकद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र दिये गये इस अवसर पर दृष्टि बाधितो मनोज जोशी, दिवान सिह, खुशाल सिह, नेहा आगरी, श्याम सुंदर, अफराज अहमद, स्वाति तिवारी, अजय आगरी, नवीन आर्य, संतराम आनन्दी, सौरभ तिवारी आदि ने द्वारा संगीत प्रस्तुत किया।
दृष्टि बाधित नेहा आगरी द्वारा सब का मनमोह लिया। संगीत कार्यक्रम में हारमोनियम ढोलक तबले में बिनोद जोशी संगीत जोशी। तथा ने संगत की मुख्य अतिथि जिला अधिकारी ने संगठन के प्रयासों की सराहना की गई। अति विशिष्ट अतिथि प्रकाश जोशी ने समाज के सभी लोगों की तारीफ की जो दृष्टि बाधितो के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। संगठन के सचिव महेन्द्र सिह अधिकारी ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम में डा जे सी दुर्गा पाल रेड क्रॉस के अध्यक्ष मनोज सवाल मोहन चन्द काण्डपाल, सी एल वर्मा, आशीष वर्मा, डा उषा बोरा, रीता दुर्गा पाल, इन्दिरा लोहनी, सुनयना मेहरा, शंकर दत्त भट्ट एम सी काण्ड पाल देवेन्द्र फर्त्याल रश्मि डसीला आशीष वर्मा रुप सिहं बिष्ट जशोद सिहं बिष्ट कमल काण्डपाल, मोहन चन्द्र काण्ड पाल, आन्नदी बर्मा पी सी तिवारी बी एस मन कोटी आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थिति थे। कार्यक्रम का संचालन कमल बिष्ट तथा नवीन बिष्ट ने सयुंक्त रूप से किया