राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एन.सी.ई.आर.टी) की गठित उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश को प्रदेश में लागू किया जाएगा। इसके लिये एससीईआरटी निदेशक की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस संबंध में निदेशक एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) को निर्देश दिए हैं।
इस सिफारिश में एनसीईआरटी समिति ने किताबों में ‘इंडिया’ शब्द की जगह ‘भारत’ लिखे जाने की सिफारिश की है। इसके अलावा समिति ने सभी पाठ्यक्रमों में भारती ज्ञान प्रणाली शुरू करने की भी सिफारिश की है। समिति ने सिफारिश की कि 12वीं कक्षा तक की सभी सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में “इंडिया” को “भारत” से बदल दिया जाए। प्रस्ताव में “प्राचीन इतिहास” के स्थान पर “शास्त्रीय इतिहास” शुरू करने का भी सुझाव दिया गया।
एनसीईआरटी भारत सरकार द्वारा 1961 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है। यह स्कूली शिक्षा से संबंधित अकादमिक मामलों पर केंद्र और राज्य सरकारों की सहायता और सलाह देता है।
गौरतलब हो कि यह प्रस्ताव नाम को लेकर चल रहे विवाद की नवीनतम कड़ी है। विवाद पिछले महीने तब शुरू हुआ जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ” प्रेसिडेंट ऑफ़ इंडिया” के बजाय “भारत के राष्ट्रपति” की हैसियत से जी20 रात्रिभोज के लिए निमंत्रण भेजा।
