उत्तर प्रदेश। गोरखपुर स्थित रेलवे के प्रिंसिपल चीफ मटेरियल मैनेजर और 1988 बैच के IRSS अधिकारी के. सी. जोशी को CBI ने गिरफ्तार किया है। उन्हें 3 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में CBI ने गिरफ्तार किया था और छापेमारी में 2.61 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं।
मंगलवार सुबह सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी जोशी को शिकायतकर्ता से 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। इस रिपोर्ट के दाखिल होने तक सीबीआई आरोपियों के गोरखपुर और नोएडा के सेक्टर-50 स्थित सरकारी आवासों पर तलाशी ले रही थी। जोशी गोरखपुर में रेलवे के प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक हैं।

गोरखपुर स्थित मेसर्स सुक्ति एसोसिएट के मालिक प्रणव त्रिपाठी की शिकायत के आधार पर सोमवार (11 सितंबर) को आरोपी अधिकारी केसी जोशी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर के अनुसार आरोपी अधिकारी ने गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GEM) पोर्टल से त्रिपाठी की फर्म का रजिस्ट्रेशन रद्द नहीं करने के लिए 7 लाख की रिश्वत मांगी थी। जोशी ने धमकी दी कि अगर त्रिपाठी ने रिश्वत नहीं दी तो कंपनी का पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा।
सीबीआई अधिकारी ने कहा कि अधिकारी के खिलाफ त्रिपाठी के आरोपों का सावधानीपूर्वक सत्यापन किया गया और आगे की कार्रवाई शुरू की गई जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी हुई।
