मुख्यमंत्री धामी ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के साथ मनाया इगास पर्व, लोकगीतों पर थिरक कर अपनी ख़ुशी व्यक्त की
उत्तराखण्ड। 17 दिनों की जद्दोजहद के बाद सुरंग में फंसे श्रमिकों ने बुधवार को दिवाली लोकपर्व इगास मनाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर आने के अवसर पर कल शाम शासकीय आवास पर श्रमिक भाइयों के परिजनों का स्वागत एवं अभिनंदन कर देवभूमि उत्तराखण्ड का लोकपर्व इगास मनाया।
इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्रमिक भाइयों ने भी उत्तराखण्ड के लोकगीतों पर थिरक कर अपनी ख़ुशी को व्यक्त किया। आज का यह दिन हम सभी प्रदेशवासियों के लिए हर्ष और उल्लास का दिन है।
श्रमिकों को ₹ 1 लाख की प्रोत्साहन राशि की भेंट
वहीं इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
ने चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जाना टनल में फंसे श्रमिकों का हाल। इस दौरान उन्होंने टनल में फंसे प्रत्येक श्रमिकों को ₹ 1 लाख की प्रोत्साहन राशि की भेंट की गयी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा प्रधानमंत्री मोदी
के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में बचाव दल के कर्तव्यनिष्ठ सदस्यों ने सभी श्रमिक भाइयों का रेस्क्यू कर विश्व पटल पर भारत के कौशल का परचम लहराया है। प्रदेश के विकास में समर्पित सभी श्रमवीरों को नमन।
उत्तराखंड सुरंग बचाव अभियान पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “ये भारत सरकार, उत्तराखंड सरकार और कई एजेंसियों ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं। मुझे गर्व है कि खनन मजदूरों ने भी इसमें अच्छा काम किया है।”
इससे पूर्व सुरंग से बचाए गए 41 श्रमिकों पर एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा, “वे बिल्कुल सामान्य हैं, मैं उन्हें मरीज़ भी नहीं कहूंगी। वे बिल्कुल सामान्य महसूस कर रहे हैं, वे बिल्कुल सामान्य व्यवहार कर रहे हैं। उनका रक्तचाप, ऑक्सीजनेशन – सब कुछ सामान्य है। हमने उनके इलेक्ट्रोलाइट्स और उनके अन्य रक्त मापदंडों को देखने के लिए कुछ बुनियादी प्रारंभिक जांच की है। जिसकी रिपोर्ट आने वाली है और हम उनका ईसीजी भी करेंगे, यह देखने के लिए कि हृदय पर कोई प्रभाव पड़ा है या नहीं। ये बहुत ही बुनियादी जांच हैं। हम एक बुनियादी मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन भी करेंगे…”