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    जय बाबा केदारनाथ के उदघोष के साथ खुले ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट

    ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट

    विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष और सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच आज 10 मई को ठीक 7 बजे विधि-विधान से खुल गए है। इस अवसर पर दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने।प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कपाट खुलने के अवसर पर विशेषरूप से मौजूद रहे।

    उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की। कहा कि इस बार चारधाम यात्रा नया कीर्तिमान बनाएगी। प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने। मंदिर को 20 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था। कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर हेलीकाप्टर से फूलवर्षा हुई।

    श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारे भी आयोजित किए गए। मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम समिति ने भी भंडारें आयोजित किए। केदारनाथ में आज मौसम साफ रहा। आसपास बर्फ होने से जरूर सर्द बयारें चलती रही।कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत आज शुक्रवार प्रातः चार बजे से मंदिर परिसर और दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। उसके बाद बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, रावल भीमांशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, पुजारी, धर्माचार्य, वेदपाठी और केदार सभा के पदाधिकारी, जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार, प्रशासन के अधिकारी, पूरब द्वार से मंदिर पहुंचे। उसके बाद पूजा शुरू हुई। भगवान भैरवनाथ और भगवान शिव का आह्वान कर ठीक सुबह सात बजे बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गए। इसके भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से शृंगार रूप दिया गया। उसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरू किए।बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कल शनिवार 11 मई को केदारनाथ धाम में श्री भकुंट भैरव मंदिर के द्वार खुलने के साथ केदारनाथ मंदिर में नित्य आरतियां व संध्याकालीन आरतियां शुरू हो जाएंगी।

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