अल्मोड़ा: पर्यटन और विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया गया मानसखंड विज्ञान केंद्र
अल्मोड़ा में राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से राज्य में विज्ञान और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड मंदिर मिशन और चार धाम महामार्ग विकास परियोजना के हिस्से के रूप में मानसखंड विज्ञान केंद्र विकसित किया है।
कोसी रोड स्यालीधार में स्थित विज्ञान केंद्र का उद्देश्य वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मनोदृष्टि विकसित करने और लोगों के बीच सामान्य जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से तथा उद्योग और मानव कल्याण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास और उनके अनुप्रयोगों को चित्रित करना। महत्वपूर्ण ऐतिहासिक वस्तुओं, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के विकास में मील के पत्थर का प्रतिनिधित्व करते हैं, को इकट्ठा करना, पुनर्स्थापित करना और संरक्षित करना। विज्ञान शिक्षा और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञान संग्रहालय प्रदर्शनियों, प्रदर्शन उपकरणों और वैज्ञानिक शिक्षण सहायक सामग्री को डिजाइन, विकसित और निर्मित करना। प्रदर्शनियों, सेमिनारों, लोकप्रिय व्याख्यानों, विज्ञान शिविरों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करके छात्रों और जनमानस के लाभ के लिए शहरों, और ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाना। स्कूलों और कॉलेजों में दी जाने वाली विज्ञान शिक्षा को पूरक बनाना और छात्रों के बीच वैज्ञानिक खोज, अनुभवात्मक शिक्षा, नवाचार और रचनात्मकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए स्कूल से बाहर विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों का आयोजन करना। विज्ञान शिक्षकों,छात्रों, युवा उद्यमियों, तकनीशियनों, विकलांगों, गृहिणियों और अन्य लोगों के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के विशिष्ट विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना है। विज्ञान प्रदर्शनियों और प्रदर्शन सहायता के विकास के लिए केंद्र स्थापित करना है।
मानसखंड विज्ञान केंद्र, अल्मोड़ा में जलवायु परिवर्तन पर अत्याधुनिक इंटरैक्टिव गैलरी, फन साइंस पर इंटरैक्टिव और सहभागी प्रदर्शनी, पारंपरिक चिकित्सा पर प्रदर्शनी, खगोल विज्ञान पर शो के लिए तारामंडल, इनोवेशन हब- छात्रों को नवाचार के लिए प्रेरित करने की सुविधा, विज्ञान गतिविधियों, व्याख्यानों और सेमिनारों के लिए सभागार और साइंस पार्क की सुविधाएं प्राप्त होंगी।