मनरेगा मजदूरों को काम करते हुए फोटो भेजने पर ही मिलेगी मजदूरी
| बदलाव | सरकार ने मनरेगा मजूदरों की हाजिरी के लिए तय किया नया फार्मूला, विभाग के ऐप पर सुबह, दोपहर और शाम को लगानी होगी हाजिरी।
अल्मोड़ा। महात्मा गांधी राष्ट्रीय । ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में की फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। इसमें मोबाइल ऐप के माध्यम से मनरेगा मजदूरों को कार्य स्थल पर सुबह दिन और शाम को फोटो लिया जाएगा। फोटो युक्त हाजिरी के बाद ही मजदूरों को डिजिटल रूप से भुगतान किया जाएगा।
दरअसल, जिलेभर में मनरेगा योजना के तहत कुल 1 लाख 52 हजार 232 मजदूर पंजीकृत है। इनमें से 1 लाख 3 हजार 630 मजदूर सक्रिय हैं। ऐसे में अब मजदूरों को दिहाड़ी के लिए कार्य के समय अब सुबह, दिन व शाम को वापस जाते हुए अपनी फोटो अपडेट करनी होगी। इसके बाद ही हाजिरी लग पाएगी। हाजिरी पूरी होने के बाद ही मजदूर को डिजिटल रूप से भुगतान किया जाएगा। जिस मजदूर की फोटो अपलोड नहीं हो पाएगी उसकी दिहाड़ी काट दी जाएगी। इस व्यवस्था से मनरेगा में फर्जी मजदूर दिखाने, फर्जी भुगतान करवाने से जुड़े मामलों को खत्म किया जा
■ ऐप पर काम करते फोटो अपलोड होने पर होगा मजदूरी का भुगतान
जिले की तीन हजार योजनाओं में 60 हजार मजदूर सक्रिय।
साढ़े सात हजार योजनाओं पर चल रहा कामः
जिलेभर में मनरेगा के तहत वर्तमान में करीब साढ़े सात हजार योजनाएं चल रही हैं।
सुबह से शाम तक चलेगा हाजिरी का सिलसिला
एनएमएमएस सिस्टम के पहली हाजिरी मजदूर के सुबह काम पर पहुंचते ही लगेगी। ऐप के माध्यम से मौके पर काम करते मजदूर का फोटो अपडेट होगा। दिन में जब मजदूर काम कर रहा होगा तो दूसरी बार ऐप के जरिए फोटो हाजिरी लगेगी। तीसरी हाजिरी शाम को काम से वापस जाने से पहले लगेगी।’
नई योजना के तहत अपनी हाजिरी एनएमएमएस सिस्टम के माध्यम से लगानी होगी। इसके लिए कार्यस्थल के तीन समय तय किए गए हैं। इसके बाद ही मज़दूरों को मजदूरी का भुगतान डिजिटल माध्यम से किया जाएगा।
- संतोष कुमार पंत, डीडीओ अल्मोड़ा।
