• Tue. Dec 2nd, 2025

    Nag Panchami 2024: जानिए इसका महत्व

    नाग पंचमी एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।यह नागों, विशेषकर नागों की पूजा के लिए समर्पित है, जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं में पवित्र माना जाता है।इस दिन भक्तजन अपने परिवार को बुराई से बचाने तथा समृद्धि लाने के लिए नागों का सम्मान करते हैं तथा उनका आशीर्वाद मांगते हैं।इस त्यौहार में विभिन्न अनुष्ठान शामिल होते हैं, जैसे साँपों की छवियों और सजीव प्रतिमाओं पर दूध, मिठाई और फूल चढ़ाना।नाग पंचमी पारंपरिक रूप से हिंदू चंद्र माह श्रावण में शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाई जाती है।

    ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, 2024 में यह शुभ त्यौहार शुक्रवार, 9 अगस्त को मनाया जाएगा, जबकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार नाग पंचमी तिथि 9 अगस्त को सुबह 12:36 बजे से 10 अगस्त को सुबह 3:36 बजे तक रहेगी ।

    नाग पंचमी 2024: उत्पत्ति और इसका महत्व

    नाग पंचमी की उत्पत्ति हिंदू पौराणिक कथाओं और प्राचीन परंपराओं में गहराई से निहित है, जो नागों को दिव्य और सुरक्षात्मक प्राणी के रूप में सम्मान प्रदान करती है।

    पौराणिक रूप से, नाग पंचमी नागों की सुरक्षात्मक और परोपकारी भूमिकाओं का सम्मान करती है, विशेष रूप से भगवान कृष्ण द्वारा कालिया नाग को वश में करने और भगवान शिव द्वारा गले में नाग धारण करने की कहानियों में।

    ये किंवदंतियाँ सुरक्षा, उर्वरता और बुराई पर अच्छाई की जीत के विषयों पर जोर देती हैं। साँपों की पूजा करके, भक्त इन शक्तिशाली प्राणियों को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं, उनका मानना ​​है कि इससे समृद्धि, स्वास्थ्य और नुकसान से सुरक्षा मिलेगी।

    प्रसाद में दूध, शहद, फूल, हल्दी, सिंदूर और मिठाई शामिल होती है, क्योंकि माना जाता है कि ये नाग देवता को प्रसन्न करते हैं।घरों में लोग हल्दी और सिंदूर के मिश्रण से दीवारों पर सांपों की आकृतियां बनाते हैं, उनका मानना ​​है कि ऐसा करने से उनके घर को सांप के काटने और अन्य दुर्भाग्य से सुरक्षा मिलेगी।कुल मिलाकर, नाग पंचमी अनुष्ठान मानव और प्रकृति के बीच पवित्र बंधन की याद दिलाते हैं तथा सभी प्राणियों के प्रति सम्मान और सद्भाव पर जोर देते हैं।यह त्यौहार न केवल सांपों से जुड़ी पौराणिक विजय का जश्न मनाता है, बल्कि भक्तों के बीच भक्ति, सुरक्षा और सांप्रदायिक एकता के सांस्कृतिक मूल्यों को भी मजबूत करता है।

    By swati tewari

    working in digital media since 5 year

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *