कर्फ्यू शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा
पौड़ी गढ़वाल जिला प्रशासन ने रविवार रात बाघ के आतंक को देखते हुए रिखणीखाल और धूमाकोट तहसील के दर्जनों गांवों में कर्फ्यू लगा दिया। 13 व 15 अप्रैल को रिखणीखाल व धूमाकोट क्षेत्र में बाघ ने दो लोगों को मार डाला था, जिससे लोगों में भय व्याप्त हो गया था। आदेश में कहा गया है, “शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है और रिखणीखाल और धूमाकोट तहसील के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र 17 और 18 अप्रैल को बंद रहेंगे।”
लैंसडाउन के एसडीएम आकाश जोशी की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी (डीएम) आशीष चौहान ने रविवार देर रात आदेश जारी किया था। आदेश में कहा गया है, “धूमाकोट और रिखणीखाल तहसीलदारों को बाघ प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डालने को कहा गया है। साथ ही बाघ प्रभावित संवेदनशील घरों और परिवारों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं।”
इस बीच, लैंसडाउन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दलीप रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
बता दें कि रिखनीखाल प्रखंड के मेलधार ग्राम पंचायत के दल्ला गांव में दो दिन पहले बाघ के हमले में वृद्ध की मौत के बाद वन विभाग ने हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगा दिया है। रविवार को आसपास के इलाके में ड्रोन उड़ाया गया, जिसमें पडियारपानी गांव में एक बाघ की हरकत भी कैमरे में कैद हुई है। ग्राम पंचायत मेलधार के प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि बाघ के हमले में वृद्ध की मौत के बाद आसपास के गांवों में दहशत है। उन्होंने बताया कि शाम ढलते ही लोग अपने घरों में कैद हो रहे हैं। हालांकि वन विभाग के जवान बंदूक लेकर लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
वहीं गढ़वाल वन प्रमंडल के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि हमलावर बाघ को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगाया गया है। रविवार को क्षेत्र में बाघों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन उड़ाया गया, जिसमें पडियार पानी गांव में भी एक बाघ की हरकत देखी गई है।
