अल्मोड़ा, लोक निर्माण विभाग के द्वारा कर्बला से सिकुड़ा बैण्ड तक चिन्हित किये गये अतिक्रमण के विरोध में पीडित जनता द्वारा अतिक्रमण अभियान मोर्चा के बैनर तले एक बैठक का आयोजन धारानौला स्थित होटल जय कान्टीनेन्टल में किया गया।,

“बैठक में बोलते हुए मनोहर लाल ने कहा कि, लोक निर्माण विभाग द्वारा तय प्रक्रियाओं का पालन न करते हुए स्थानीय जनता का उत्पीड़न किया जा रहा है। नरेन्द्र परिहार ने कहा कि, यह अदालती निर्णय है तो इसके लिए सारी जनता को मिलकर कानूनी लड़ाई लड़नी होगी।
रूप सिंह बिष्ट ने कहा कि विकास के नाम पर पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है। पूरे राज्य में यह प्रक्रिया चलाई जा रही है जिससे पूर्व में व्याप्त पलायन की समस्या और भी विकराल होगी। मनोज सनवाल ने इस दुख की घड़ी में सभी लोगों के एकजुट होने और रहने की बात कही। गिरीश खोलिया ने कहा कि, यदि यह व्यवस्था लागू होती है ती पूरे उत्तराखण्ड में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बैठक में संघर्ष के संचालन के लिए एक समिति का गठन किया गया। जिसमें कवीन्द्र पाण्डे विनोद तिवारी, योगेश तिवारी, मनोहर लाल कुमुद जोशी, गिरीश खोलिया, आनंद सतवाल, बिशन बिष्ट, चंदन बोरा, शेखर मैनवाल मोहन बिष्ट, शशि शेखर, दीपक डालाकोटी, मानिक पाण्डे, अजीत पंवार, हरीश बनौला राजू बिष्ट, रूप सिंह बिष्ट, आई० सी० जोशी सदस्य तथा मनोज सनवाल व विनय किरीला संरक्षक के रूप में चुने गये।

बैठक के पश्चात पीड़ित जनता लोक निर्माण विभाग के कार्यालय पहुंची जहां पर विभाग से उक्त प्रकरण पर विभिन्न जानकारी मांगी गई।
बैठक में मांग की गई कि, अतिक्रमण की इस कार्यवाही से पच्चीस हजार की जनसंख्या प्रभावित होगी जो अपने घरों और रोजगार से हाथ धो बैठेंगे। इस कार्यवाही पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बहाल की जाए। इस मौके पर अतिक्रमण अभियान के विरुद्ध पुरजोर संघर्ष की बात कही गई। इस मौके पर विनय किरौला ने संरक्षक के तौर पर मोर्चा के साथ रहने की बात करते हुए इस कार्यवाही को पीड़ित परिवारों का उत्पीड़न बताया जिसका पुरजोर विरोध किया जायेगा। बैठक में बालम बोरा, संतोष चम्याल ,सीमा सिजवाली, हेमा सिजवाली, निकिता नैनवाल, हेमा पाण्डे, कुमुद जोशी, तारा जोशी, उदित कोठारी, भूपाल बिष्ट प्रकाश बोरा आदि मौजूद रहे।

