सफलता की कहानी: अल्मोड़ा की एकता ने ऐपण कला को बनाया रोजगार का आधार
अल्मोड़ा, 14 मई 2024 (सूचना) सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए विख्यात अल्मोड़ा शहर की एक ऐपण कलाकार एकता आर्या द्वारा इस कला को संरक्षित एवं व्यवसायिक रूप देने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया जा रहा है। बचपन से ही आर्ट एवं इसकी कई विधाओं के प्रति लगन एवं रूचि रखने वाली एकता आज एक उभरती हुई ऐपण कलाकार के रूप में सामने आयी है। जिला विकास कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐपण कला को उद्यम के रूप में अपनाने से वह मासिक रूप से लगभग 30000.00 की धनराशि अर्जित कर रही हैं, साथ ही 5 से 6 महिलाओं को भी रोजगार प्रदान कर रही हैं।
एकता की कला को बढ़ाने एवं एक उद्यम का रूप देने के लिए अल्मोड़ा शहर के हवालबाग स्थित ग्रामीण व्यवसाय इन्क्यूबेटर (आर.बी.आई.), हवालबाग द्वारा विभिन्न तरह के आन लाईन प्रशिक्षण, उद्यम आधार, जीएसटी पंजीकरण आदि की सुविधाएं उपलब्ध करवायी गयीं हैं। इस संस्थान द्वारा आॅन लाईन प्रशिक्षणों के माध्यम से भी एकता को व्यवसाय संबंधी बारिकियों से परिचित करवाया गया जिससे कि व्यवसाय के प्रति एकता की सोच एवं ज्ञान में वृद्धि हुई है।
इन्क्यूबेटर सेन्टर ने एकता के उत्पादों का फोटोशूट एवं उत्पाद विवरण लिखने में भी सहयोग प्रदान करवाते हुए उन्हें लिंघम, अमेजन कारीगर आदि आन लाईन माध्यमों में सूचीबद्ध करवाया है जिससे कि एकता जैसे प्रगतिशील शिल्पकार के उत्पादों को एक बेहतर बाजार प्राप्त हो सके। विगत् माह इनके उत्पादों को जीआई टैग भी उपलब्ध करवाया जा चुका है।
इन्क्यूबेटर सेन्टर द्वारा एकता को प्रदान किये जाने वाले सहयोग के क्रम में एकता के व्यवसाय का पिच डैक तैयार करते हुए वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में देहरादून में आयोजित गुल्लक कार्यक्रम में भी प्रतिभाग करवाया गया। इस दौरान एकता के उत्पादों को कार्यक्रम में उपस्थित उद्यमियों द्वारा सराहा गया, साथ ही रू.25000.00 की धनराशि बतौर अनुदान प्राप्त हुई। ग्रामीण व्यवसाय इन्क्यूबेटर, हवालबाग द्वारा प्रदान किये गये सहयोग एवं एकता के आत्मविश्वास एवं मेहनत का ही परिणाम है कि आज एकता एक सफल उद्यमी के रूप में उभर कर आयी हैं। अपने उत्पादों को वह स्थानीय, आनलाईन, प्रदर्शनियों एवं मेलों आदि में विक्रय कर रही हैं।
एकता का ऐपण कला के प्रति यह समपर्ण एवं संरक्षण का भाव ही है जिसने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुँचाया है कि वह न सिर्फ अल्मोड़ा शहर वरन् राज्य स्तर पर एक प्रगतिशील ऐपण कलाकार के रूप में जानी जाने लगी हैं।
