अल्मोडा – प्रायः यही सुनाने में आता है कि विद्यालय में ही शिक्षक दिवस मनाया जाता है , लेकिन दनिया में नागरिक निगरानी उत्तराखंड ने एक शिक्षक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया . जिसमें नागरिकों एवं शिक्षक समाज ने प्रतिभाग किया .
कार्यक्रम में शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य की अवधि में सामने आने वाली समस्याओं के बार में विचार किया गया . कार्यक्रम के संयोजक गोविन्द गोपाल ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर में एक सजग समाज ने अपने शिक्षकों के साथ संपर्क और सहयोग बनाये रखना चाहिए .
इस कार्यक्रम में प्रोफेसर राजीव सक्सेना , प्रधानाचार्य उमर असगर खान और प्रधानाध्यापक योगेन्द्र सिंह रावत को प्रतिकूल परिस्तिथियों में भी अच्छा प्रदर्शन करने के आधार पर सम्मानित किया .
प्रोफेसर राजीव ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक आदर्श शिक्षक किसी भी विद्यार्थी का जीवन अच्छी दिशा में मोड़ सकता है
प्रधानाचार्य उमर असगर खान ने बताया कि परिवार पहली पाठशाला है अतः अनुशासन का पाठ यदि परिवार से मिल जाए तो विद्यालय में विषय विशेष को पढ़ाने के लिए अधिक समय समर्पित किया जा सकता है इस दिशा में यदि अभिभावक सहयोग करें तो शिक्षक के प्रति अच्छा सम्मान व एक बड़ी श्रद्धा प्रदर्शित होगी.
प्रधानाध्यापक योगेन्द्र सिंह रावत का कहना था कि एक अच्छे अध्यापक के लिए अभिभावकों का जागरण करना भी एक चुनौती और इस चुनौती को उन्होनें अच्छे परिणामों के साथ अपने विद्यालय में स्वीकार कर अच्छे परिणाम लाने में सफलता प्राप्त की है .
सभा में उपस्थित नागरिकों ने शिक्षकों के सम्मान में इस तरह के आयोजन की सार्थकता को अपने – अपने स्वरों में व्यक्त किया . सभा में प्रतिभाग करने वालों में गोविंद जोशी श्री राम पुस्तक वाले , जन प्रतिनिधि इश्वर सिंह , स्वयं सहायता समुहों का सफलाता से संचालन करने वाले मनोज बोरा , आर टी आई कार्यकर्ता हरीश मलारा , लेखक खजान पाण्डेय एवं पत्रकार शंकर भट्ट एवं सरकारी एवं निजी विद्यालयों के अध्यापक एवं एवं अन्य सम्मानित नागरिक उपस्थित थे .