यूसीसी के बारे में व्यापक स्तर पर जन जागरूकता लाई जाए- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने
राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी)
लागू करने की तैयारियों के सबंध में
सचिवालय में समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री
ने कहा कि राज्य में यूसीसी लागू करने के
लिए इसके अधीन संचालित होने वाली
प्रक्रियाओं एवं नियमों को समयबद्धता के
साथ अंतिम रूप दिया जाए। मुख्यमंत्री ने
निर्देश दिये कि यूसीसी के प्राविधानों को
व्यवस्थित रूप से संपादित किये जाने के लिए गठित उप समिति के कार्यों एवं विभिन्न
विभागों के स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही को भी शीघ्र अंतिम रूप दिया जाए। उन्होंने
इस संबंध में विभिन्न स्तरों पर होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शीघ्रता से पूर्ण करने के
निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी को विधिवत लागू किये जाने से पूर्व सभी
पहलुओं का गहनता एवं सजगता से अध्ययन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कह कि यूसीसी
के बारे में व्यापक स्तर पर जन जागरूकता भी लाई जाए। इसके लिए सभी संबंधित
विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। यूसीसी के प्राविधानों को लागू करने के लिए गठित
समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने जानकारी दी गई कि इस सबंध में तीन उप समितियों
का गठन किया गया। सभी उप समितियां शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट सौंप देंगी। बैठक में बताया
गया कि यूसीसी से संबंधित प्राविधानों को प्रभावी ढ़ग से क्रियान्वित किये जाने के लिए
विभिन्न विभागों को जिम्मेवारी सौंपी दी गई है। बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी,
अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, प्रमुख सचिव न्याय
प्रदीप पंत, डीजीपी अभिनव कुमार, विभिन्न विभागों के सचिव, समिति के सदस्यगण
एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंप

मुख्यमंत्री ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग में चयनित 68 असिस्टेंट प्रोफेसर, शहरी विकास विभाग में चयनित 63 अधिशासी अधिकारी एवं 22 कर व राजस्व निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी अभ्यर्थी राज्य सरकार के साथी के रूप में राज्य में अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि जो आप सभी को जो जिम्मेदारी मिलने वाली है, उसका निर्वहन पूर्ण मनोयोग और ईमानदारी से करना है और उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाने में अपना योगदान देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चयनित अभ्यर्थी हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपके द्वारा किए गए कार्यों का प्रभाव लाखों लोगों पर पड़ेगा। जनता के विश्वास पर खरा उतरना सभी की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। आपकी लगन और मेहनत से प्रदेश विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार की संकल्पना समृद्ध और सशक्त उत्तराखण्ड की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहरी क्षेत्रों के विकास हेतु अनेक कार्य कर रही है। सभी छोटे बड़े शहरों को विकसित करने हेतु निरंतर कार्य जारी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सभी शहरों के नवीनीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्यर्थी जन सहभागिता को प्राथमिकता देकर कार्य करें। ताकि योजनाओं का सीधा लाभ आमजन को मिले। उन्होंने कहा निश्चित ही नए अभ्यर्थियों के आने से विभाग में नवाचार, ट्रांसपेरेंसी आएगी और कार्यशैली में परिवर्तन भी होगा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक श्री फ़कीर राम टम्टा, सचिव श्री शैलेश बगौली, श्री नितेश झा, निदेशक शहरी विकास श्री नितिन भदौरिया, अपर निदेशक डॉ. ललित नारायण मिश्रा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
