प्रारंभिक जांच में 18 करोड़ का घोटाला सामने आया है
उत्तराखण्ड की एसटीएफ ने यूट्यूब वीडियो को लाइक और सबस्क्राइब कर जल्दी पैसे कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में आरोपी द्वारा अगल-अलग लोगों से करीब 18 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की बात समाने आई है। आरोपी को 18 राज्यों की पुलिस तलाश रही थी। सन्नी जैन ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि अज्ञात व्यक्तियों ने
बड़ी कंपनियों के हर बनाकर करते थे ठगी
उनसे वट्सएप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को कैरियर बिल्डर कम्पनी का एचआर बताया। मैसेज करने वाले ने प्रतिदिन 38 हजार रुपए कमाने का प्रलोभन देकर उन्हें अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर उनका मोबाइल हैक लिया। इसके बाद 25 जून को अज्ञात व्यक्ति ने भिन्न-2 ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 14, 18, 127 रुपए उनके खाते से उड़ा लिए। क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420 भादवि व 66डी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल के सुपुर्द की।
पुलिस जांच में अभियुक्त का लुधियाना, पंजाब से संबंध होना पाया गया, जिस पर पुलिस टीम को लुधियान रवाना किया गया। पुलिस टीम ने हरमीत सिंह बेदी पुत्र बलजीत सिंह बेदी निवासी म.नं. 1855, सैक्टर 32 चण्डीगढ़ रोड थाना डिविजन नं0 07, लुधियाना, पंजाब को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त 03 मोबाइल फोन मय सिम कार्ड, 01 मैक बुक एयर, एक यस बैंक का चेक और एक मुहर बरामद की गई।
अभियुक्तगण द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वेबसाईट बनाकर आम जनता से वट्सएप / ई-मेल / दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी- गिरामी कम्पनियों के एचआर / कर्मचारी प्रतिदिन 3-8 हजार रुपये कमाने का प्रलोभन देकर जॉब ऑफर कर लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाकर व अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ना । तत्पश्चात विभिन्न यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के टास्क देते है तथा उसमें निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करते है व धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैंक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है। अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है। टेलीग्राम चैनल का संचालन दुबई से किया जा रहा है।
आरोपी ने कबूला कि वह लोगों से दोस्ती करता था और फर्जी अकाउंट खोलता था। पीपी Crypto ट्रेडिंग में विवादित पैसा भी लगाया। क्यों एक P2P क्रिप्टो ट्रेडिंग के साथ सावधान रहना है? एक व्यक्ति को नहीं पता कि क्रिप्टो किससे खरीदा गया था और किससे उसने क्रिप्टो को आगे बेचा। अक्सर, अपराधी धोखाधड़ी के पैसे से खरीदे गए क्रिप्टो को उन लोगों को बेचते हैं जो आगे किसी और को बेचते हैं।
मामले के प्रारंभिक विश्लेषण में न्यूनतम 18 करोड़ का घोटाला सामने आया है। साथ ही गिरफ्तार आरोपी को कई राज्यों पुलिस तलाश कर रही – जो आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, हिमाचल, केरल, ओडिशा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, हरियाणा, छत्तीसगढ़।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम 1- हरमीत सिंह बेदी पुत्र बलजीत सिंह बेदी निवासी म नं. 1855, सैक्टर 32A, चण्डीगढ़ रोड थाना डिविजन नं0 07, लुधियाना, पंजाब उम्र 33 वर्ष
बरामदगी–
1.03 मोबाईल फोन मय सिम कार्ड
2.01 मैक बुक एयर
3.01 यस बैंक का चैक
4.01 मोहर
पुलिस टीम (थाना साईबर क्राईम देहरादून)
1- निरीक्षक श्री देवेन्द्र नबियाल
2- 30नि0 आशीष गुसांई
3- कानि0 सोहन बडोनी
4- कानि0 नितिन रमोला
(तकनीकी सहयोग)
1- है0का0 प्रमोद कुमार (STF) 2. कानि0 अनिल कुमार (STF)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो / फर्जी साइट / धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें। साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे Youtube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भली भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।
