राजकीय शिक्षक संगठन के बयान की घोर निन्दा
मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में राजकीय शिक्षक संगठन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान के बयान की घोर निंदा की गई जिसमें उनके द्वारा मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों का पद समाप्त करने की बात कही है। सभी मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि आंदोलन व धरना प्रदर्शन के बाद लंबे समय में और कैडर के पदों पर कटौती के बाद मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों का पद सृजित किया गया है दुनिया की कोई भी ताकत इस पद को समाप्त नहीं कर सकती हैं।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रधानाचार्य को भी खंड शिक्षा अधिकारी का प्रभार देने पर नाराजगी जताई उन्होंने कहा कि उन लोगों ने प्रशासनिक के बजाय एकेडमिक कैडर चुना है तो आज किस बात से खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर प्रभार की बात करते हैं। वक्ताओं द्वारा सभी मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों को आहरण वितरण अधिकारी नियुक्त करने की बात कही है। विभाग को प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी से क्या कार्य लेना है इस हेतु भी गाइड लाइन जारी करनी चाहिए। एक तरफ विभाग प्रस्तावित व किये गये अनुश्रवण कार्यक्रम की जानकारी मांगता है वहीं दूसरी तरफ संगठनों को आपत्ति होती है ऐसे में यह सरकारी कार्य में बांधा माना जाएगा। वक्ताओं द्वारा ग्रेड वेतन 6600 का पद सृजित करते हुए प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित करने की भी मांग की है। वक्ताओं ने कहा कि जरूरत हुई तो वे आंदोलन को तैयार रहेंगे और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर आंच नहीं आने देंगे। आज की बैठक में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हर्ष सिंह बिष्ट, श्रीमती ऊषा रानी, श्री टेचन कुमार प्रजापति श्रीमती सुशीला रावत, श्री यू डी चमोली, श्री जे डी आर्य श्री धीरेन्द्र कुमार पाठक श्री केदार दत्त जोशी श्री रमेश नैनवाल श्री सुरेश चंद्र कश्यप , श्री संजय नेगी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता श्री केदार दत्त जोशी व संचालन धीरेन्द्र कुमार पाठक ने किया।
