उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान लगातार जारी है। बचाव अभियान के छठे दिन आज हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन से लगभग 25 मीटर गहराई तक ड्रिल कर लिया गया है। 35 मीटर और खुदाई बाकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन निर्माणाधीन सुरंग में फंसे लोगों से संपर्क में है और सुरंग में विद्युत आपूर्ति सहित ऑक्सीजन, पेयजल, खाना श्रमिकों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
निर्माण सुरंग, एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशू मनीष खलखो ने कहा, श्रमिकों को एक विशाल ड्रिल मशीन की मदद से 800 मिमी और 900 मिमी व्यास वाले पाइपों को एक के बाद एक डालने के लिए 60 मीटर तक ड्रिल करने की आवश्यकता होती है, जब तक कि नीचे के ढहे हुए हिस्से के पीछे फंसे मजदूरों के लिए भागने का रास्ता नहीं बन जाता। उन्होंने कहा “हम 24 मीटर अंदर तक पहुंच गए हैं जो एक अच्छी स्थिति है। हम जल्द से जल्द दूसरे छोर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं… हम इंदौर से एक और मशीन को एयरलिफ्ट कर रहे हैं।” , यह कल सुबह यहां पहुंच जाएगी…”
गौरतलब हो की भूस्खलन के बाद सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से मजदूर रविवार सुबह से फंसे हुए हैं।उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा कि फंसे हुए श्रमिक सुरक्षित हैं और उन्हें पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन, दवाएं और भोजन और पानी की आपूर्ति की जा रही है।उन्होंने कहा कि उनका मनोबल बनाए रखने के लिए उनसे लगातार संवाद बनाए रखा जा रहा है।