भारतीय सेना महिला अधिकारियों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए पहली बार कमांड भूमिकाओं के लिए 30 से अधिक महिला अधिकारियों को मंजूरी दी है। भारतीय सेना ने 108 महिला अधिकारियों को कर्नल रैंक पर पदोन्नत करने के लिए आर्मी बोर्ड गठित कर दिया है। इसके अलावा महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी में कमीशन देने का फैसला लिया है। इस बारे में एक प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, जिस पर सेनाध्यक्ष ने जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई है।
ऑफिसर के रूप में भारतीय सेना में अवसर
दुनिया में अहम स्थान रखने वाली भारतीय सेना में ऑफिसर बनने के लिए महिलाओं को कई मौके मिलते हैं। भारतीय सेना तीन तरह से महिलाओं को अधिकारी के रूप में शामिल कर देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जिम्मेदारी देती है। महिलाएं भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में NDA, NCC स्पेशल एंट्री और CDS एंट्री से शामिल हो सकती हैं। एक योद्धा के रूप में भारतीय सेना में अधिकारी बनना, देश की सुरक्षा की अहम जिम्मेदारी निभाना है।
महिलाओं का किस रैंक पर होता है कमीशन
भारतीय सेना दुनिया की टॉप पांच सेवाओं में गिनी जाती है। जिसमें कुल 9 ऑफिसर रैंक होती है। इन श्रेणियों के अंतर्गत इंडियन आर्मी को रैंक दिए जाते हैं। लेफ्टिनेंट कमीशन रैंक में सबसे पहला पद है। इनकी वर्दी पर 2 स्टार लगे होते हैं। लेफ्टिनेंट आईएमए, ओटीए से ट्रेनिंग करते हैं उसके बाद उन्हें लेफ्टिनेंट का ही रैंक प्राप्त होता है। इसके बाद उनका आगे प्रमोशन होता रहता हैं। लेफ्टिनेंट रैंक से कर्नल की रैंक तक पहुंचने के लिए तीन और ऑफिसर रैंक पर सेवाएं देने होते हैं, जिसमें कैप्टन, मेजर और लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक शामिल हैं। हालांकि, ये सारे पद पुरुषों के लिए भी समान रूप से उपलब्ध होती हैं।
