अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना विकास खंड के धौलछीना में शासन प्रशासन के द्धारा थाना खोलने की स्वीकृति को लेकर एक बार भैसियाछाना विकास खंड में खुशी की लहर दौड़ी। परन्तु कुछ दिन बीत जाने के बाद जब शासन प्रशासन ने धौलछीना थाना को आईटीआई कालेज के भवन में खोलने चर्चा चली तो भैसियाछाना विकास की जनता व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई ,उन्होंने कहा गरीब बी पी एल परिवार के बच्चे धौलछीना आईटीआई कालेज से कैसे कुछ हासिल कर सकेंगे। अगर आईटीआई कालेज भवन में थाना खोलने की बात चल रही तो गलत है। आईटीआई कालेज के सामने थाना उचित नहीं है।धौलछीना थाना खुलने में क्षेत्रीय जनता का कोई विरोध नहीं है सिर्फ आईटीआई कालेज भवन थाने का विरोध है।एक आईटीआई कालेज में थाना खोलने के लिए शासन प्रशासन की तरफ से स्वीकृति देना उचित नहीं है। धौलछीना बजार में ये थाना खुलना उचित है। एक आईटीआई कालेज के भवन में थाना खोलने से आईटीआई करने बच्चों को इसका असर पड़ता है।
गांव वालों ने आईटीआई कालेज के लिए अपनी नाप जमीन दान दी
गौरतलब है कि काचूला ग्राम सभा के गांव वालों ने आईटीआई कालेज के लिए अपनी नाप जमीन दान की है ताकि आने वाले समय में हमारे गरिब के बच्चे आईटीआई करके कुछ हासिल कर सकें। लेकिन आज आईटीआई कालेज भवन में थाना खोलने की बात को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व जनता आक्रोशित हैं।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व जनता का कहना हम धौलछीना आईटीआई कालेज के भवन में थाने का विरोध इसलिए कर रहे क्योंकि थाने खुलने बच्चों के पढ़ाई पर बहुत असर पड़ेगा।

उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
आईटीआई कालेज में थाने खोलने के लिए विरोध नहीं बल्कि उग्र आंदोलन की चेतावनी दी, ग्राम प्रधान दीवान सिंह मेहता, ग्राम प्रधान दीवान सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान महेश बोरा, क्षेत्रीय पंचायत सदस्य प्रेमा देवी,धन सिंह,जगत सिंह,बिक्रम सिंह बोरा बिशन सिंह,रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी, समिति सहचीव नंदन सिंह राणा, समाजिक कार्यकर्ता अर्जुन सिंह नेगी आदि ।
