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    कपिलेश्वर पम्पिंग योजना लमगड़ा क्षेत्र के दर्जनों गांवों व लमगड़ा बाजार व मुख्यालय को पानी देनेे में नाकाम

    सप्ताह के अल्टिमेटम बाद आंदोलन की चेतावनी क्षेत्र में भारी रोष, 15 करोड़ की योजना से बन पनप रहे हैं रिजार्ट और गैस्ट हाउस

    बीते एक दशक से भी अधिक समय से बनकर तैयार कपिलेश्वर बानड़ीदेवी पेयजल योजना में 3 दर्जन से अधिक गांव आज भी प्यासे हैं। लमगड़ा बाजार, ठाट, पलना, तोली, गौलीमहर सहित अनेक गांवों के लोगों में समय पर पानी न मिलने पेयजल योजनाओं के अब तक हस्तांतरित न होने पर रोष है। स्थानीय लोगों में इस बात को भी लेकर रोष है कि विभाग की मिलीभगत से लगातार पाईप लाईनों अनधिकृत कनेक्शनों के कारण रिजार्ट और क्षेत्र मंे बन रहे होटलों में बराबर पानी की सप्लाई दी जा रही है, कई में तैराकी के लिए भी पानी की व्यवस्था की गई है जबकि ग्रामीणों को दो से तीन सप्ताह में एक बार पानी के दर्शन हो रहे हैं। इधर गर्मियों में स्वयं विभाग ने भारी पैसा खर्च कर पिछले साल भी टैंकरों से पानी बांटा था। इससे पूर्व अनेक बार ग्रामीण प्रधानमंत्री कार्यालय सहित मुख्यमंत्री कार्यालय में पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर अनेकों ज्ञापन दे चुके हैं। लमगड़ा बाजार में बीते 7-8 माह से पानी न आने पर शुक्रवार को ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर एक सप्ताह में पानी की आपूर्ति नहीं हुई तो वे धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। इसमें स्वयं बाल विकास परियोजना अधिकारी लमगड़ा, अमित वर्मा, जीवन सिंह मेर, हीरा बिष्ट, किशन सिंह, पंकज कुमार, गोपाल मेर, चंदन सिंह, रहीश अहमद, प्रकाश सिंह मेर,चंदन सिंह कनवाल, विशन सिंह, हीरा सिंह, पंकज कुमार सहित अनेक स्थानीय लोगों ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञातव्य है कि पेयजल आपूर्ति न होने के कारण मध्याहन भोजन योजना सहित आंगनबाड़ी, चिकित्सालय आदि गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं वहीं सरकार द्वारा संचालित खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां, होमस्टे आदि से जुड़े पर्यटन पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है क्षेत्र में पलायन का कारण बन भी पानी की कमी है। ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ इस बात को लेकर रोष है कि व पानी का नियोजन और समान वितरण करने में ढिलाई कर रहे हैं। 2016 तक यह योजना बनकर तैयार नहीं हो पाई थी। लगातार इस योजना में गांवों को शामिल किया जाता रहा और हर घर नल योजना से भी इसे जोड़ा गया।

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    By D S Sijwali

    Work on Mass Media since 2002 ........

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