नई जमीन खरीदने जा रहे लोग सावधान हो जाए। राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। पूरे प्रदेश में सर्किल रेट में औसतन 33.6 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। 2832 क्षेत्रों में भूमि खरीदने के लिए प्रति वर्गमीटर 100 से 300 प्रतिशत तक अधिक कीमत देनी होगी।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 52 बिंदुओं पर निर्णय लिए गए। सर्किल रेट में वृद्धि तो हुई है, लेकिन अब भी यह बाजार भाव की तुलना में काफी कम है। प्रदेश में कृषि से जुड़े 22912, अकृषि के 34082 क्षेत्रों के लिए सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं। कृषि क्षेत्र में 32.47 प्रतिशत और अकृषि क्षेत्र में 34.83 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
नैनीताल माल रोड प्रदेश की सबसे महंगा क्षेत्र
मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में सर्किल रेट बहुत अधिक बढ़े हैं। विशेष रूप से नए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों, केंद्र व राज्य की बड़ी परियोजना स्थलों, तेजी से विकसित हो रहीं नई आवासीय कालोनी क्षेत्रों में यह वृद्धि अधिक रही है। पर्वतीय जिलों में अपेक्षाकृत कम वृद्धि हुई है। अल्मोड़ा जिले के 47 गांवों में सर्किल रेट 46 प्रतिशत तक घटाए गए हैं। नैनीताल माल रोड प्रदेश की सबसे महंगा क्षेत्र बना। यहाँ सर्किल रेट 66 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर एक लाख रुपये प्रति वर्गमीटर निर्धारित किया गया है।
प्रदेश में बीते तीन वर्षों से सर्किल रेट में वृद्धि नहीं हुई थी। यद्यपि उत्तराखंड स्टांप (संपत्ति मूल्यांकन) नियमावली, 2015 के अनुसार सर्किल रेट प्रति वर्ष बढ़ाए जाने हैं। कोरोना महामारी के चलते सर्किल रेट बढ़ाने का निर्णय नहीं लिया जा रहा था।