उत्तराखंड: गांव में नहीं OBC जाति के लोग फिर भी ग्राम प्रधान पद OBC आरक्षित
उत्तराखंड पंचायत चुनाव में सरकारी सिस्टम की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। पौड़ी के एक गांव में ग्राम प्रधान पद के लिए ओबीसी सीट तो आरक्षित हुई है। लेकिन गांव में एक भी OBC जाति का नागरिक नहीं है।
उत्तराखंड पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी है। लेकिन इस बीच पौड़ी के एक गांव में अजीब मामला सामने आया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। दरअसल पौड़ी गढ़वाल में कल्जीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत डांगी में आरक्षण की वजह से ग्रामीणों के सामने एक समस्या खड़ी हो गई है।

दरअसल, ग्राम प्रधान पद को इस बार ओबीसी महिला आरक्षण के अंतर्गत रखा गया है, लेकिन समस्या ये है कि ग्राम डांगी में पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कोई भी मतदाता या नागरिक मौजूद नहीं हैं। इस विसंगति के कारण ग्राम प्रधान पद के लिए एक भी नामांकन दाखिल नहीं हो पाया है। अब नाराज ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए आरक्षण में सुधार की मांग की है।साथ ही ग्राणीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया, तो वे आगामी पंचायत चुनावों में क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के लिए होने वाले मतदान का बहिष्कार करेंगे।दरअसल, इस बार ग्राम पंचायत डांगी में ग्राम प्रधान की सीट को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) महिला के लिए आरक्षित किया गया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम डांगी में ओबीसी वर्ग का कोई भी प्रमाणित व्यक्ति ही नहीं है। ग्रामीणों ने पौड़ी जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि वर्ष 2015 से अब तक ग्राम में ओबीसी प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। ऐसे में ग्राम प्रधान पद को ओबीसी महिला के लिए आरक्षित किया जाना पूरी तरह से अनुचित और नियमों के विरुद्ध है।