उत्तरकाशी में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज सुबह सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का लगभग 50 मीटर हिस्सा धसने से करीब 36 मजदूरों और कर्मचारियों के टनल में फंसे होने के समाचार हैं। घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ. सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं.आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है. इसमें से चार किमी तक निर्माण पूरा कर लिया गया है. पहले सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 था, लेकिन अब मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
फिलहाल मिल रही जानकारी के अनुसार सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं, लेकिन कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द इनको बाहर निकाला जाए। राज्य आपदा प्रबंधन टीम एसडीआरएफ और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन टीम एनडीआरएफ भी मौके पर पहुंची हुई है। जोकि राहत बचाव के काम में जुटी हुई है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द टनल को खोलने की कोशिश की जा रही है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “जब से मुझे घटना के बारे में पता चला है तब से मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं. NDRF और SDRF मौके पर हैं. हम भगवान से सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना करते हैं।