Uttarakhand 17 राज्यों में एकसाथ बड़ी कार्रवाई, 290 साइबर अपराधी गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड की शांत वादियों से इस बार देशभर में एक सख्त संदेश गूंजा — “अपराधी चाहे देश के किसी भी कोने में छिपा हो, उत्तराखंड पुलिस उसे ढूंढ निकालेगी।” मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाया गया ‘ऑपरेशन प्रहार’ केवल एक पुलिस कार्रवाई नहीं, बल्कि साइबर अपराध के खिलाफ एक राष्ट्रीय अभियान बन गया है।
देश के इतिहास में पहली बार उत्तराखंड पुलिस के समन्वय और निर्देशन में 17 राज्यों — दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, गोवा आदि — में एकसाथ छापेमारी कर 290 से अधिक साइबर अपराधियों को दबोचा गया। यह कार्रवाई उत्तराखंड पुलिस, अन्य राज्यों की एजेंसियों और केंद्रीय इकाइयों के संयुक्त प्रयासों का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
इस व्यापक कार्रवाई की नींव मुख्यमंत्री धामी द्वारा कुछ माह पूर्व उस समय रखी गई थी, जब उत्तराखंड साइबर हमलों का शिकार बना था। मुख्यमंत्री ने तत्परता से निर्णय लेते हुए पुलिस महकमे को तकनीकी रूप से सशक्त करने, साइबर थानों के ढांचे को मजबूत करने और इंटेलिजेंस नेटवर्क को विस्तार देने के निर्देश दिए थे।
‘ऑपरेशन प्रहार’ उसी दूरदृष्टि का परिणाम है, जिसने न केवल अपराधियों को शिकंजे में लिया बल्कि उत्तराखंड को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में देश का नेतृत्वकर्ता राज्य बना दिया। अब उत्तराखंड सिर्फ पर्यटन और तीर्थाटन के लिए नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था और टेक्नोलॉजी आधारित अपराध नियंत्रण में भी उदाहरण बनकर उभरा है।
मुख्यमंत्री धामी का गुड गवर्नेंस मॉडल केवल कागज़ी घोषणाओं तक सीमित नहीं, बल्कि हर निर्णय और कार्रवाई में सक्रियता, पारदर्शिता और जवाबदेही की झलक देता है। यह अभियान उत्तराखंड पुलिस की दक्षता के साथ-साथ मुख्यमंत्री के निर्णायक नेतृत्व की भी एक सशक्त मिसाल बन गया है।