विश्व हिंदू परिषद ने सीएए लागू करने का किया स्वागत
विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को केंद्र द्वारा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने का स्वागत किया और कहा कि इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर “उत्पीड़ित” शरणार्थियों के लिए भारतीय नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रमुख आलोक कुमार ने एक बयान में संगठन के कार्यकर्ताओं और अन्य सामाजिक समूहों से ऐसे शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने की औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का भी आह्वान किया।
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कि मोदी सरकार ने आज नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 को अधिसूचित कर दिया। ये नियम अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को हमारे देश में नागरिकता प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे। इस अधिसूचना के साथ प्रधानमंत्री ने एक और प्रतिबद्धता पूरी की है और उन देशों में रहने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों के लिए हमारे संविधान निर्माताओं के वादे को साकार किया है।
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रमुख आलोक कुमार ने एक बयान में संगठन के कार्यकर्ताओं और अन्य सामाजिक समूहों से ऐसे शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने की औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का भी आह्वान किया।केंद्र ने सोमवार को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए), 2019 को लागू करने की घोषणा की, जिससे 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से बिना दस्तावेज वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने का मार्ग प्रशस्त हो गया
