आज देश में ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस-2023’ मनाया जा रहा है। पीएम मोदी द्वारा वर्ष 2016 में लाल किले की प्राचीर से ‘स्टार्टअप इंडिया’ की शुरुआत की घोषणा की गई थी। उस समय स्टार्टअप को ‘नए भारत’ की रीढ़ बताते हुए, पीएम मोदी ने इस दिन को आधिकारिक रूप से अपनाने की घोषणा की थी।
107 यूनिकॉर्न का घर भारत
भारत आज 107 यूनिकॉर्न का घर बन चुका है यानि भारत के पास वर्तमान समय में 107 यूनिकॉर्न हैं। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इनमें से 2022 में 21 यूनिकॉर्न का उदय हुआ है। यदि इनका मूल्यांकन किया जाए तो यह करीब 340.79 बिलियन डॉलर के करीब बैठता है।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम
उल्लेखनीय है कि आज भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम और यूनिकॉर्न की संख्या के मामले में विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। देश में बीते 7 साल में हुए इनोवेशन का यह बड़ा उदाहरण है। वहीं अब 2021-30 के दशक में भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (STI) के लिए परिवर्तनकारी बदलाव होने की उम्मीद की जा रही है।
इतिहास और महत्व
‘स्टार्टअप इंडिया’ की शुरुआत 16 जनवरी 2016 को हुई थी। इसलिए इसी दिन को ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। भारत में स्टार्टअप्स की सफलता की सराहना करने के लिए राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के युवाओं के नवाचारों और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान पर चर्चा करने के लिए स्टार्टअप उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने के लिए भी याद किया जाता है। यह स्टार्टअप पहलों के महत्व को बढ़ावा देने और उन्हें मुख्यधारा के हिस्से के रूप में बनाए रखने के लिए भी जाना जाता है। युवाओं को शुरुआती करियर विकल्प के रूप में उद्यमिता अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना भी इस पहल के पीछे का एजेंडा है।