जिन प्रभावित परिवारों के पास अपनी जमीन नहीं है, उनके पुनर्वास के लिए भूमि चयन के बाद पूर्वनिर्मित भवन तैयार किए गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड में आपदा राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए जोशीमठ में भूस्खलन से प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनीं।
धामी ने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा पीड़ितों के लिए सर्वोत्तम मुआवजा तय किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, जो मुआवजा ले सकते हैं, उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा लेना चाहिए। जिन प्रभावित परिवारों के पास अपनी जमीन नहीं है, उनके पुनर्वास के लिए भूमि चयन के बाद पूर्वनिर्मित भवन तैयार किए गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जीएमवीएन जोशीमठ में आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की और स्थानीय लोगों से उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि पुर्नवास के लिए भूमि चयनित की जा रही है।
वहीं मुख्यमंत्री ने शनिवार को जोशीमठ में औली मैराथन 2023 का शुभारंभ करते हुए सुरक्षित जोशीमठ का संदेश दिया। इस मैराथन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-धंसाव के बाद जोशीमठ अब सुरक्षित हो रहा है और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने चारधाम यात्रा के लिए सभी तीर्थयात्रियों का स्वागत किया।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जोशीमठ आपदा राहत कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर 167 परिवारों को राहत शिविरों में रखा गया है. उन्होंने कहा, “अब तक प्रभावित भूस्वामियों को 10.46 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जा चुका है।”
जिलाधिकारी ने कहा, “शिविरों में नियमित रूप से राहत सामग्री वितरण के साथ ही स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। “