गुरिल्ला संगठन की आपातकालीन मीटिंग देहरादून में आहूत
उत्तराखंड/देहरादून। प्रेस विज्ञप्ति दिनांक 28/10/2024 को गुरिल्ला संगठन की एक आपातकालीन मीटिंग देहरादून में आहूत की गई। गुरिल्ला संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट, सह मीडिया प्रभारी महावीर सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला, एवं जिला अध्यक्ष टिहरी गढ़वाल एवं प्रदेश महासचिव महावीर सिंह रावत एवं जिला अध्यक्ष उत्तरकाशी, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज भट्ट, महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष सुलोचना देवी, प्रदेश सहसंयोजक एवं जिला अध्यक्ष अल्मोड़ा निशा पांडे, प्रदेश सह संरक्षक गीता जोशी आदि उपस्थित थे। मीटिंग के माध्यम से एक ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार, माननीय मुख्य सचिव राधा रतूड़ी उत्तराखंड शासन देहरादून, विशेष गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल, गृह सचिव उत्तराखंड शासन देहरादून निवेदिता कुकरेती ,गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों ने ज्ञापन दिया और गुरिल्ला संगठन की आपातकालीन मीटिंग 11 11.2024 को जैन धर्मशाला में आहूत की गई है। समस्त उत्तराखंड के एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षित पदाधिकारी मीटिंग में सम्मिलित होंगे। अगर सरकार 15 दिसंबर तक गुरिल्ला संगठन की मांगों पर कार्रवाई नहीं करती है तो समस्त उत्तराखंड के गोरिल्ला 17 दिसंबर को देहरादून कूच करेंगे और 18 दिसंबर से अनिश्चितकाल सी एम आवास कूच करेंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी और एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन उत्तराखंड की तीन सूत्री मांगों के अभिलंब निराककीहोगीं होने के कारण और एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन उत्तराखंड विगत 18 वर्षों से अपनी तीन सूत्री मांगों के संबंध में आंदोलनरत है। संगठन की सरकार के साथ कई बार की वार्ता हो चुकी है लेकिन प्रशासन द्वारा संगठन को सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है। वह भी झूठे आश्वासन दिए गए हैं देशभक्ति गुरिल्ला सरकार को देखकर बहुत मायूस हैं केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने गुरिल्लाओ को बेसहारा छोड़ा है। अगर कोई गुरिल्ला गलत कदम उठायेगा तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। गुरिला 18 सालों से ईमानदारी से अपना हक की मांग कर रहा है इससे बड़ा देश भक्ति गुरिल्ला कौन हो सकता है। लेकिन सरकार कार्रवाई के नाम पर केवल कोरे आश्वासन दे रही है। जबकि मणिपुर की सरकार ने वहां के गुरिल्लाओं को 58 वर्ष तक नौकरी में नियुक्ति दे दी है। और बुजुर्ग गुरिल्लाओ को एक मुस्त सहायता एवं पेंशन दी जा रही है। मणिपुर की तर्ज पर ही उत्तराखंड के एस एस बी प्रशिक्षित गुरिल्लाओ को भी उनका हक दिया जाए। जय गुरिल्ला, जय उत्तराखंड।