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    लाख रुपये किलो बिक रहा..ये है दुनिया का सबसे महंगा आम


    सिलीगुड़ी में मैंगो फेस्टिवल चल रहा है इस फेस्टिवल में आम की 262 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया गया है

    मौसम है आमों का और चर्चा में है दुनिया का सबसे महंगा बिकने वाला आम। गर्मी का मौसम शुरू होते ही सबसे पहली शुरुआत बाजार में फलों के राजा आम के आगमन के साथ होती है। अल्फांजो से लेकर दशहरी, लंगड़ा, चौसा, अल्फांसो या हापुस जैसे कई तरह के आम बाजार में बिकने लगते हैं। लेकिन एक आम ऐसा भी है जो किसानों को करोड़पति तक बना सकता है। इस आम का नाम है ‘मियाजाकी’…Miyazaki Mango

    खास चर्चा में ‘मियाजाकी’ आम 



    देश में मिलने वाले मैंगो की इतनी वैरायटी हैं कि इंसान गिनते-गिनते थक जाए, लेकिन आमों की संख्या खत्म नहीं होती। इन्हीं आमों के बीच ‘मियाजाकी’ आम इन दिनों खास चर्चा में है। दरअसल, ‘मियाजाकी’ दुनिया के सबसे महंगा आम बताया जा रहा है।

    मैंगो फेस्टिवल में नजर आया दुनिया का सबसे महंगा आम



    जी हां, पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित मैंगो फेस्टिवल में नजर आया दुनिया का सबसे महंगा आम ‘मियाजाकी’ एक लाख रुपये प्रति किलो बिकने वाला आम है। इस बार मैंगो फेस्टिवल में इस आम की एक झलक पाने के लिए लोग बेकरार नजर आए।

    कैसा दिखता है मियाजाकी आम ?



    ये आम देखने में रूबी रंग यानी लाल रंग का होता है और खाने में इतना मीठा होता है कि चखने वाले इंसान को स्वाद हमेशा के लिए याद रह जाए। यह आम साउथ ईस्ट एशिया के कुछ-कुछ हिस्सों में भी पाया जाता है।

    सिलिगुड़ी के माटीगारा में स्थित एक मॉल में आयोजित तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल में आम की 262 से अधिक किस्मों के अलावा जापानी आम ‘मियाजाकी’ को भी प्रदर्शित किया गया। मियाजाकी को दुनिया का सबसे महंगा आम कहा जाता है।

    जापान के मियाजाकी शहर से है रिश्ता



    मियाजाकी आम की खेती मूलरूप से जापान के मियाजाकी शहर में की जाती है। कई जगह पर इसे एग ऑफ सेंट के नाम से जाना जाता है। वहीं स्थानीय भाषा में इसे ताइयोनो टोमागो कहा जाता है। लाल रंग के ये आम आमतौर पर 350 ग्राम से अधिक वजन के होते हैं।

    कब की जाती है इसकी खेती ?



    इस आम की खेती अप्रैल और अगस्त के बीच में की जाती है। अब भारत में भी इनकी खेती होने लगी है। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के एक किसान शौकत हुसैन ने मैंगो फेस्टिवल में 10 मियाजाकी आमों की प्रदर्शनी लगाई है। वे इसके संबंध में बताते हैं कि वे इस किस्म को बांग्लादेश से लेकर आए थे। इसे उन्होंने टेस्टिंग के लिए लगाया था। मात्र एक साल में उन्हें इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले। मियाजाकी आमों का उत्पादन बेहतर हो रहा है।

    मियाजाकी आम के फायदे 



    मियाजाकी आम स्वाद में मीठे होते हैं और ये एंटी ऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन और फॉलिक एसिड जैसे कई जरूरी गुणों से समृद्ध होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट गुण शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करता है। मुक्त कणों के कारण ऑक्सीडेंटिफ स्ट्रेस होता है जिससे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर और आंखों के रोग जैसी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।

    मियाजाकी आम में पाए जाने वाले बीटा कैरोटीन और फॉलिक एसिड को आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। मियाजाकी आम की खेती भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और फिलीपींस में भी की जाती है। भारत में पश्चिम बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर में भी इस आम के कुछ पेड़ हैं।

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